सोनाराम ने बताया इस्तीफे को "ड्रामा"
जयपुर। कांग्रेस नेता व बायतू विधायक कर्नल सोनाराम ने राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के इस्तीफे को "ड्रामा" बताते हुए कहा कि रिफाइनरी को पचपदरा ले जाना साजिश है। यह बायतू में नहीं लगी तो सरकार हिल जाएगी। सोनाराम के साथ बी एन टी की बाचतीत के प्रमुख अंश :
सवाल : हेमाराम ने इस्तीफा क्यों दिया?
जयपुर। कांग्रेस नेता व बायतू विधायक कर्नल सोनाराम ने राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी के इस्तीफे को "ड्रामा" बताते हुए कहा कि रिफाइनरी को पचपदरा ले जाना साजिश है। यह बायतू में नहीं लगी तो सरकार हिल जाएगी। सोनाराम के साथ बी एन टी की बाचतीत के प्रमुख अंश :
सवाल : हेमाराम ने इस्तीफा क्यों दिया?
सोनाराम : हेमाराम कमजोर आदमी है। क्षेत्र में उनकी स्थिति खराब है। तीन माह चुनाव के रह गए हैं, ऎसे में जनता की सहानुभूति लेने के लिए यह कदम उठाया है।
सवाल : आरोप लग रहे हैं कि आपके उकसाने पर उन्होंने ऎसा किया?
सोनाराम : मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं, न ही उनसे मेरा कोई व्यक्तिगत झगड़ा है। बायतू पनजी में जो सभा हुई थी, उसमें मैं तो बिना बुलाए गया था।
सवाल : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आपकी नाराजगी की वजह?
सोनाराम : मैं पिछले 13 साल से अशोक गहलोत के साथ हूं। हम दोनों साथ सांसद रहे। 2008 में जब 38 हजार वोटों से जीतकर आया तो गहलोत ने जान-बूझकर मुझे मंत्री नहीं बनने दिया। मेरी जगह हेमाराम जैसे कमजोर व्यक्ति को मंत्री बना दिया। मैंने विरोध किया तो कहा कि बाड़मेर से एक नेता को मंत्री बना दिया, अब और नहीं बना सकते। जबकि पिछले कार्यकाल में उन्होंने जोधपुर से चार मंत्री बनाए थे। इसके बाद लोकसभा चुनाव जीतने के बाद सांसद हरीश चौधरी को मेरे पीछे लगा दिया गया।
सवाल : रिफाइनरी पचपदरा क्यों गई?
सोनाराम : यह भी एक साजिश थी। सांसद हरीश चौधरी को साथ लेकर यह चाल चली। मैं यहां का एमएलए हूं। मुझसे एक बार भी नहीं पूछा। कोई बता दे कि यहां किस व्यक्ति ने जमीन का मुआवजा एक करोड़ रूपए मांगा? एक करोड़ रूपए मांगने वाले लोग "प्लांट" किए हुए हैं। सरकार ने जो टास्क फोर्स बनाई, उसमें सारे बाबू (आईएएस) तो शामिल थे, लेकिन स्थानीय विधायक या लोकल व्यक्ति क्यों शामिल नहीं था।
सवाल : आपने प्रदेश या केंद्रीय नेतृत्व को इस बारे में बताया ?
सोनाराम : एक बार नहीं, कई बार बताया। 23 जुलाई को प्रदेश प्रभारी गुरूदास कामत से भी मैंने कहा था कि रिफाइनरी बहुत "सीरियस इश्यू" है, इससे अकेला बाड़मेर ही प्रभावित नहीं हो रहा, पूरे राजस्थान में असर होगा। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी मैंने पत्र लिखकर इस बारे में अवगत कराया है। आलाकमान को जल्द निर्णय करना चाहिए।
सवाल : क्या इसका विधानसभा चुनाव पर भी असर होगा?
सोनाराम : जरूर होगा। इसीलिए तो मंत्री और सांसद सब घबराए हुए हैं। रिफाइनरी यदि बायतू में नहीं लगी, तो देखना आने वाले दिनों में ऎसा विरोध होगा कि सरकार हिल जाएगी। यहां के लोग मेरे साथ हैं।
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