चित्तौड़गढ़। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने राजस्थान जनजाति क्षेत्रीय विकास सहकारी संघ लिमिटेड प्रतापगढ़ (राजस संघ) में 11 वर्ष पूर्व हुए 338 क्विंटल गेहूं की खुर्द-बुर्दी के मामले में तत्कालीन स्टोरकीपर व राशन डीलर को गिरफ्तार किया है। उन्हें उदयपुर स्थित ब्यूरो के विशेष न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया।
प्रकरण के अनुसार वर्ष 2000 से 2002 के मध्य हुए इस गबन के मामले की जांच एसीबी चित्तौड़गढ़ ने की थी। इसमें वितरित होने वाले गेहूं के गबन की पुष्टि हो गई।
इस सम्बंध में ब्यूरो के तत्कालीन पुलिस उपअधीक्षक विजय स्वर्णकार की रिपोर्ट पर 21 अप्रेल 2006 को मामला दर्ज हुआ था। रिपोर्ट में सामने आया कि 338 क्विंटल गेहूं का गबन हुआ। एसीबी ने राजस संघ के तत्कालीन स्टोरकीपर वीरभद्रसिंह, अरनोद तहसील के चाकूड़ा गांव की राशन डीलर दुर्गा व सात सहेली गांव के राशन डीलर लक्ष्मण मीणा के विरूद्ध गबन का मामला दर्ज हुआ था। यह जांच लम्बे समय से जांच अटकी हुई थी।
एसीबी ने मामले में पुन: जांच आगे बढ़ाई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपेन्द्रसिंह चुण्डावत ने बताया कि एसीबी ने मामले में मंगलवार को तत्कालीन स्टोरकीपर वीरभद्रसिंह व श्रीमती दुर्गा को गिरफ्तार कर लिया। आरापी लक्ष्मण मीणा की मृत्यु हो चुकी है।
प्रकरण के अनुसार वर्ष 2000 से 2002 के मध्य हुए इस गबन के मामले की जांच एसीबी चित्तौड़गढ़ ने की थी। इसमें वितरित होने वाले गेहूं के गबन की पुष्टि हो गई।
इस सम्बंध में ब्यूरो के तत्कालीन पुलिस उपअधीक्षक विजय स्वर्णकार की रिपोर्ट पर 21 अप्रेल 2006 को मामला दर्ज हुआ था। रिपोर्ट में सामने आया कि 338 क्विंटल गेहूं का गबन हुआ। एसीबी ने राजस संघ के तत्कालीन स्टोरकीपर वीरभद्रसिंह, अरनोद तहसील के चाकूड़ा गांव की राशन डीलर दुर्गा व सात सहेली गांव के राशन डीलर लक्ष्मण मीणा के विरूद्ध गबन का मामला दर्ज हुआ था। यह जांच लम्बे समय से जांच अटकी हुई थी।
एसीबी ने मामले में पुन: जांच आगे बढ़ाई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भूपेन्द्रसिंह चुण्डावत ने बताया कि एसीबी ने मामले में मंगलवार को तत्कालीन स्टोरकीपर वीरभद्रसिंह व श्रीमती दुर्गा को गिरफ्तार कर लिया। आरापी लक्ष्मण मीणा की मृत्यु हो चुकी है।
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