सप्लाई 8 लाख की, भुगतान 48 लाख
एसीबी ने जालोर में पकड़ा सूचना बोर्ड की सप्लाई में 40 लाख का गबन
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जालोर बीडीओ कार्यालय का रिकॉर्ड जब्त और बाड़मेर में बलदेव नगर स्थित घर की तलाशी
बाड़मेर जालोर जिले की ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत सूचना बोर्ड की सप्लाई में करीब 40 लाख रुपए का गबन उजागर हुआ है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार को पंचायत समिति में बीडीओ कार्यालय पर छापा मार कर रिकॉर्ड जब्त किया और बीडीओ के बाड़मेर में बलदेव नगर स्थित घर की भी तलाशी ली जा रही है। प्रारंभिक तलाशी में एक लाख रुपए की नकदी सहित कई अन्य दस्तावेज मिले हैं। देर रात तक ब्यूरो की टीम बीडीओ के घर की तलाशी में जुटी रही।
ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि जालोर पंचायत समिति की सभी 38 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के सूचना बोर्ड लगाने में गड़बड़ी हुई है।
सप्लाई 8 लाख
इस सूचना पर ब्यूरो के डीएसपी राजेंद्रसिंह ने पंचायतों में सूचना बोर्ड का वेरिफिकेशन करवाया और सोमवार को पंचायत समिति के बीडीओ ऑफिस पर छापा मार कर रिकॉर्ड चैक किया। रिकॉर्ड खंगालने पर सामने आया कि 2013-14 के लिए सूचना बोर्ड व फ्लैक्स बैनर बनाने का ठेका अजमेर की फर्म गंगा आर्ट एंड जनरल सप्लायर्स को दिया हुआ था। इसका टेंडर मार्च में हुआ था। मई और जून में बीडीओ भगाराम चौधरी ने कैशियर सोमेश्वरपुरी के मार्फत फर्म को 48 लाख रुपए का भुगतान कर दिया। जबकि फर्म ने महज सात-आठ लाख रुपए के सूचना बोर्ड व बैनर ही सप्लाई किए थे। इस प्रकार उन्होंने करीब 40 लाख रुपए का अतिरिक्त भुगतान किया है। शाम को ब्यूरो टीम ने जयपुर से मिले आदेश पर बीडीओ के बाड़मेर स्थित घर की तलाशी लेने के लिए डीएसपी विजयसिंह को भेजा। घर की तलाशी में टीम को एक लाख रुपए नकद, मोहनगढ़ में 6 मुरब्बे और 6 अन्य भूखंडों के दस्तावेज भी मिले। बीडीओ का यह मकान भी 60 गुना 70 फीट पर खुद का है, जहां देर रात तक तलाशी जारी रही। बीडीओ का हाल ही जालोर जिले के ही चितलवाना में तबादला हुआ था, मगर अभी तक उन्होंने पदभार संभाला नहीं है।
॥निर्देशानुसार बीडीओ के घर की तलाशी में नकदी, भूखंड व मुरब्बों से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। रात्रि बारह बजे तक टीम तलाशी में जुटी है। रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेजी जाएगी। -विजयसिंह, डीएसपी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बाड़मेर।
5 के आगे 3 लगा कर बनाया 35
टेंडर के मुताबिक प्रत्येक पंचायत में 35 बोर्ड और 252 बैनर सप्लाई करने थे। भौतिक सत्यापन में सामने आया कि फर्म ने प्रत्येक पंचायत में सप्लाई तो 5 बोर्ड ही किए, लेकिन भुगतान के वक्त पांच के आगे 3 लिखकर उन्हें 35 कर दिया। बीडीओ ने 35 का भुगतान भी जारी कर दिया था। इसी तरह फ्लैक्स बैनर में भी हेराफेरी की गई थी। इस तरह करीब 30 लाख रुपए बोर्ड में और 10 लाख रुपए बैनर में ज्यादा भुगतान किया गया था।
बाड़मेर जालोर जिले की ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत सूचना बोर्ड की सप्लाई में करीब 40 लाख रुपए का गबन उजागर हुआ है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार को पंचायत समिति में बीडीओ कार्यालय पर छापा मार कर रिकॉर्ड जब्त किया और बीडीओ के बाड़मेर में बलदेव नगर स्थित घर की भी तलाशी ली जा रही है। प्रारंभिक तलाशी में एक लाख रुपए की नकदी सहित कई अन्य दस्तावेज मिले हैं। देर रात तक ब्यूरो की टीम बीडीओ के घर की तलाशी में जुटी रही।
ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि जालोर पंचायत समिति की सभी 38 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के सूचना बोर्ड लगाने में गड़बड़ी हुई है।
सप्लाई 8 लाख
इस सूचना पर ब्यूरो के डीएसपी राजेंद्रसिंह ने पंचायतों में सूचना बोर्ड का वेरिफिकेशन करवाया और सोमवार को पंचायत समिति के बीडीओ ऑफिस पर छापा मार कर रिकॉर्ड चैक किया। रिकॉर्ड खंगालने पर सामने आया कि 2013-14 के लिए सूचना बोर्ड व फ्लैक्स बैनर बनाने का ठेका अजमेर की फर्म गंगा आर्ट एंड जनरल सप्लायर्स को दिया हुआ था। इसका टेंडर मार्च में हुआ था। मई और जून में बीडीओ भगाराम चौधरी ने कैशियर सोमेश्वरपुरी के मार्फत फर्म को 48 लाख रुपए का भुगतान कर दिया। जबकि फर्म ने महज सात-आठ लाख रुपए के सूचना बोर्ड व बैनर ही सप्लाई किए थे। इस प्रकार उन्होंने करीब 40 लाख रुपए का अतिरिक्त भुगतान किया है। शाम को ब्यूरो टीम ने जयपुर से मिले आदेश पर बीडीओ के बाड़मेर स्थित घर की तलाशी लेने के लिए डीएसपी विजयसिंह को भेजा। घर की तलाशी में टीम को एक लाख रुपए नकद, मोहनगढ़ में 6 मुरब्बे और 6 अन्य भूखंडों के दस्तावेज भी मिले। बीडीओ का यह मकान भी 60 गुना 70 फीट पर खुद का है, जहां देर रात तक तलाशी जारी रही। बीडीओ का हाल ही जालोर जिले के ही चितलवाना में तबादला हुआ था, मगर अभी तक उन्होंने पदभार संभाला नहीं है।
॥निर्देशानुसार बीडीओ के घर की तलाशी में नकदी, भूखंड व मुरब्बों से संबंधित दस्तावेज मिले हैं। रात्रि बारह बजे तक टीम तलाशी में जुटी है। रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेजी जाएगी। -विजयसिंह, डीएसपी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बाड़मेर।
5 के आगे 3 लगा कर बनाया 35
टेंडर के मुताबिक प्रत्येक पंचायत में 35 बोर्ड और 252 बैनर सप्लाई करने थे। भौतिक सत्यापन में सामने आया कि फर्म ने प्रत्येक पंचायत में सप्लाई तो 5 बोर्ड ही किए, लेकिन भुगतान के वक्त पांच के आगे 3 लिखकर उन्हें 35 कर दिया। बीडीओ ने 35 का भुगतान भी जारी कर दिया था। इसी तरह फ्लैक्स बैनर में भी हेराफेरी की गई थी। इस तरह करीब 30 लाख रुपए बोर्ड में और 10 लाख रुपए बैनर में ज्यादा भुगतान किया गया था।
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