बुधवार, 5 जून 2013

पानी की टंकी में पिता को कैद कर रखा

पानी की टंकी में पिता को कैद कर रखा

बेंगलूरू। बेंगलूरू में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक बेटे ने अपने ही पिता को 7 महीने तक बेडियों में बांध कर रखा। 90 साल के बुजुर्ग को घर की छत पर बनी पानी की टंकी में बांधकर रखा गया था।

पड़ोसियों ने फोन कर पुलिस को जब इस संबंध में जानकारी दी तो उसे बुधवार को रिहा करवाया गया। पीडित को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पीडित को इसलिए पानी की टंकी में कैद कर रखा जाता था क्योंकि वह को गंदा कर देते थे।

एक स्थानीय चैनल से बातचीत में बुजुर्ग ने बताया कि मुझे हमेशा पानी की टंकी में बांधकर रखा जाता था। बुधवार को भी उन्होंने मुझे पानी की टंकी में बांध दिया। उन्होंने मुझे खाने के लिए चावल और सारू दिया। जिस वक्त पुलिस ने बुजुर्ग को रिहा करवाया तो उसे देखकर लोग हैरान रह गए। छोटी सी टंकी में बुजुर्ग पैरों को सिकुड़कर लेटा हुआ था।उसके पास एक खाली प्लेट पड़ी हुई थी।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रवन्ना ने बताया कि टंकी से बहुत बदबू आ रही थी। वह अस्वास्थ्कर थी। पुुलिस पीडित के बेटे के खिलाफ गैर कानूनी रूप से कैद रखने और शारीरिक रूप से प्रताडित करने के जुर्म में केस दर्ज कर सकती है। पीडित के पुत्र सुरेश हनुमानथैया शेट्टी ने बताया कि वह हर रोज पिता को पानी की टंकी में बांधकर रखता था। वे घर को गंदा कर देते थे।

सुबह हम उन्हें पानी से टंकी से निकाल लेते थे। शाम को पानी की टंकी में कैद कर लेते थे। हम उन्हें दिन में तीन बार खाना देते थे। हम उन्हें सुबह नहलाते थे। शेट्टी की पत्नी कल्पना ने इस बात को खारिज किया है कि घर को गंदा करने के कारण ससुर को कैद कर रखा जाता था।

कल्पना ने कहा कि उनके ससुर को दस्त लगती थी,इससे घर गंदा हो जाता था लेकिन कैद कर रखने की वजह यह नहीं है। हमने उन्हें सिर्फ इसलिए कैद कर रखा था क्योंकि उनके सीढियों से गिरने का डर था। 6 महीने पहले वह सीढियों से गिर गए थे।

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