गुरुवार, 20 जून 2013

"कुछ दल देश में अस्थिरता फैलाना चाहते है"

"कुछ दल देश में अस्थिरता फैलाना चाहते है"
सूूरतगढ़। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कुछ राजनीतिक दलों पर देश में अस्थिरता फैलाने तथा खाद्य सुरक्षा कानून लाने में बाधा डालने पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुर्सी हथियाने की कोशिश करने वाले राजनीतिक दलों से सावधान रहने की जरूरत हैं।

सूरतगढ़ सुपर थर्मल पॉवर स्टेशन के सुपर क्रिटिकल तकनीक पर आधारित 7वीं व 8वीं 660 मेगावाट क्षमता वाली इकाई के शिलान्यास के अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल देश में अस्थितरता फैलाने की साजिश कर रहे हैं। इससे विकास पर असर पड़ता है तथा गरीबों को परेशानी भुगतनी पड़ती है।

उन्होंने कहा कि कोई भी भूखा नहीं सोए इसके लिए हम खाद्य सुरक्षा कानून लाना चाहते है। लेकिन इसमें विरोधी दल बाधा नहीं डालते तो बहुत पहले ही यह कानून संसद से पारित हो जाता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जनहित के कामों पर कुछ राजनीतिक दल बाधा डाल रहे है। हमें मिल-जुल कर प्रगति का रास्ता तय करना है। हम परिश्रम के साथ आगे बढेगे तथा उन शक्तियों को जवाब देंगे जो प्रगति में बाधा डाल रहे है।

सोनिया ने सुपर क्रिटिकल थर्मल इकाइयों के शिलान्यास को विकास के नए दौर की शुरूआत बताते हुए कहा कि इस परियोजना के शुरू होने पर बिजली की कोई कमी नहीं रहेगी। कांग्रेस ने बिजली उत्पादन के लिए तेजी से काम आगे बढ़ाया जिसका यह नतीजा है कि 12 हजार मेगावाट से भी ज्यादा बिजली उत्पादन शुरू हो चुका है। बारहवीं पंचवर्षीय योजना में बिजली पर हजारों करोड़ रूपए खर्च हो रहे है तथा इसमें धन की कमी नहीं आने दी जाएंगी।


कोयला एवं गैस से 60 हजार मेगावाट से ज्यादा बिजली उत्पादन की मंजूरी दी जा चुकी है। पवन तथा सौर ऊर्जा में भी तेजी से काम हो रहा है। गांव-गांव तक बिना रूकावट के बिजली पहुंचाने का सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र एवं शहरी क्षेत्र के गरीब परिवारों पर बिजली का बोझ ज्यादा नहीं पड़े इसके लिए एक करोड़ सीएफएल बल्ब बांटे गए।

सरकार ने किसानों को बिजली के दाम नहीं बढ़ाने का जो आश्वासन दिया था उस पर सरकार कायम है। इसी तरह वृद्वों को पेंशन,जननी सुरक्षा तथा लड़कियों की सुरक्षा के कार्यक्रम भी अच्छी तरह लागू हो रहे है। जांच तथा निशुल्क दवा योजना को जनहित का महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि पशुओं की निशुल्क जांच एवं दवा योजना भी एक मिसाल है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि साढे चार वर्ष के शासन में 5400 मेगावाट बिजली उत्पादन शुरू किया गया तथा 1500 मेगावाट बिजली उत्पादन की और योजना बनाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि पवन ऊर्जा से 2500 मेगावाट बिजली उत्पादन शुरू हो चुका है।

प्रदेश में जापानी उद्योग जोन स्थापित हो चुका है तथा रिफाइनरी लगने से प्रदेश का कायाकल्प हो जाएगा। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री डा. जितेन्द्र सिंह ने भी सभा को संबोधित किया तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. चन्द्रभान ने आभार जताया।

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