टीचरों के सेक्स स्कैण्डल से चीन में हड़कंप
बीजिंग। टीचरों के सेक्स स्कैण्डल से चीन में हड़कंप मचा हुआ। हाल के दिनों में छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोप में कई शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया।
स्कैण्डल के खुलासे के बाद अपेक्स कोर्ट को नाबालिगों के खिलाफ होने वाले अपराधों से मजबूती से निपटने का प्रोत्साहन मिला है। हेनान प्रांत के टोंग्बो काउंटी में 55 साल के टीचर यांग सिफू को बुधवार को गिरफ्तार किया गया। उस पर स्कूली छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप है। अधिकारियों के मुताबिक पिछले बसंत से वह अपने स्कूल की छात्राओं का यौन उत्पीड़न कर रहा था। यांगू को 23 मई को हिरासत में लिया गया था।
जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने पीडिताओं और पीडित परिवारों से पूछताछ की थी। छात्राओं का मेडिकल चेकअप कराया गया है। इंटरनेट पर पहले आई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अभिभावक सामूहिक रूप से अपने बच्चों को मेडिकल चेक अप के लिए अस्पताल ले गए थे। जांच में खुलासा हुआ कि नौ लड़कियों का योनिच्छद हुआ था।
स्कूल के प्रधानाध्यापक को सस्पेंड कर दिया गया है। सोमवार को भी पुलिस ने शेनझेन के एक प्राइमरी स्कूल के टीचर को यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया था। 42 साल के संदिग्ध का सरनेम "हू" है। वह होंग्जी प्राइमरी स्कूल में सेकैण्ड ग्रेड टीचर है। वह पिछले अगस्त से अपनी शिष्याओं का यौन उत्पीड़न कर रहा था।
पुलिस ने 12 स्कूली छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोप में एक और प्राइमरी स्कूल के टीचर को पकड़ा है। हुनान प्रांत के जियाहे काउंटी के अधिकारियों ने मंगलवार को समाचार एजेंसी सिन्हुआ को यह जानकारी दी। पुमान सेंट्रल प्राइमरी स्कूल की 12 छात्राओं ने पुलिस को बताया कि उनके मैथ टीचर जेंग शिंगमिंग ने यौन हमला किया था।
यिन सरनेम वाले एक अधिकारी ने बताया कि जेंग ने पांच छात्राओं के यौन उत्पीड़न की बात कबूल की है। जांच जारी रहेगी। 14 मई को हैनान प्रांत के वानिंग शहर में प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक और सरकारी कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया था। इन पर छह छात्राओं के यौन उत्पीड़न का आरोप है।
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