मंगलवार, 28 मई 2013
एचपीसीएल टीम ने पचपदरा में तलाशी संभावनाएं
एचपीसीएल टीम ने पचपदरा में तलाशी संभावनाएं
बालोतरा त्न मुंबई- दिल्ली से आई एचपीसीएल की छह सदस्यों की टीम ने सोमवार को पचपदरा के पास रिफाइनरी के लिए प्रस्तावित जमीन का भौगोलिक निरीक्षण किया। साथ ही टीम ने जमीन के आसपास पानी -बिजली, सड़क व रेलमार्ग आदि के बारे में भी जानकारी जुटाई। निरीक्षण के बाद टीम के प्रभारी एचपीसीएल के जनरल मैनेजर एसपी गायकवाड़ ने बताया कि भौगोलिक रूप से इस जमीन में कोई प्रोब्लम नजर नहीं आती है। एचपीसीएल की टीम सोमवार दोपहर करीब पौने तीन बजे पचपदरा पहुंची। जनरल मैनेजर गायकवाड़ के अलावा टीम में पीपी चावड़ा, दीपक, मिस्टर भूतड़ा आदि साथ थे।
पचपदरा तहसीलदार विवेक व्यास, नायब तहसीलदार हीरसिंह चारण व पचपदरा पटवारी वीरेंद्रसिंह को साथ लेकर टीम जमीन का भौतिक निरीक्षण करने रवाना हुई। उल्लेखनीय है कि पचपदरा के पास 36 हजार बीघा सरकारी जमीन उपलब्ध है, जिसमें से आधी जमीन खार क्षेत्र है और आधी जमीन रेतीली व समतल पड़ी है। इसमें से रिफाइनरी के लिए प्रस्तावित 16हजार बीघा जमीन कलावा, बागुंडी, आकड़ली, बोरावास व साजियाली सरहद में आई हुई है। एचपीसीएल की टीम रिफाइनरी के लिए प्रस्तावित जमीन का भौतिक निरीक्षण करने पचपदरा आईं थी। टीम सदस्यों ने कलावा-बोरावास सरहद में निरीक्षण के बाद बागुंडी व आकड़ली सरहद में जमीन का निरीक्षण किया। उन्होंने जमीन की वीडियोग्राफी की और फोटो भी लिए।
चार दिन बाद आएगी मृदा परीक्षण टीम
जमीन के भौतिक निरीक्षण के बाद अब जमीन की मृदा के नमूने लेने के लिए चार दिन बाद लैब वेन के साथ तकनीशियनों की टीम पचपदरा आएगी। अगले चरण में टीम के सदस्य प्रस्तावित जमीन की मिट्टी के सैंपल लेकर उसकी जांच करेगी।
ज्योग्राफिकल कोई प्रोब्लम नहीं है
॥अभी जमीन का भौगोलिक निरीक्षण किया गया है। इस जमीन में ज्योग्राफिकल कोई प्रोब्लम नजर नहीं आई। वैसे अभी रिफाइनरी के लिए कई स्टेप में जांच चलेगी, उसके बाद ही निर्णय होता है।ञ्जञ्ज एसपी गायकवाड़, जनरल मैनेजर, एचपीसीएल।
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