कन्नौज. बीते 11 मई को एक दलित नाबालिग लड़की का दो सगे भाइयों ने जिले के गोवा गांव से अपहरण कर लिया और उसे हरदोई ले गए। यहां एक भाई ने उसके साथ जबदस्ती शादी की, तो दूसरे भाई ने पीड़िता के साथ सुहागरात मनाई। उसके बाद दोनों भाई नौ दिनों तक उस पीड़ित लड़की का बलात्कार करते रहे। किसी तरह आरोपियों तक पहुंची पीडिता की मां ने पुलिस की मदद से अपनी बेटी को उन दरिंदो की चंगुल से छुड़ाया। उधर पुलिस एक आरोपी को हिरासत में लेकर दूसरे की तलाश में जुट गयी है।
जानकारी के मुताबिक, कन्नौज जिले के तालग्राम थाना क्षेत्र के गोवा गांव की रहने वाली रीना (बदला हुआ नाम) दवा लेने के लिए अपने घर से निकली थी। रास्ते में उसे अगवा करके हरदोई ले जाया गया। पीड़िता के मुताबिक, वह 11 मई की सुबह गुरसहाय सरकारी अस्पताल अपना दवा लेने के लिए घर से निकली थी। रास्ते में बबलू नाम के युवक ने उसे गुरसहाय अस्पताल छोड़ने की बात कह उसे जबरदस्ती अपने ट्रक में बैठा लिया। पीडिता के शोर मचाने पर बबलू ने उसे बेहोश कर दिया। उसे लेकर हरदोई जनपद आ गया।
हरदोई से फोन आने पर रीना की मां ने इसकी सूचना तुरंत तालग्राम थाना में दी। पुलिस के साथ अपनी बेटी को लेने हरदोई स्टेशन पहुंच गयी। पुलिस रीना के द्वारा बताये पते पर गयी। वहां बबलू का भाई जो भागने के फिराक में था पुलिस के हत्थे चढ़ गया, जबकि बबलू फरार हो गया। पुलिस उसे लेकर कन्नौज आ गयी। दोनों भाई पर आईपीसी की धारा 365, 366 लगाकर मुकदमा दर्ज कर लिया।
कन्नौज के अपर पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र शाक्य के मुताबिक, लड़की का मेडिकल करा कर बयान मजिस्ट्रेट के सामने लिया जाएगा। उसके बाद ही आगे की कार्यवाही की जायेगी। फिलहाल पुलिस बबलू के भाई द्वारा बबलू का पता लगाने में जुट गयी है।
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