सोमवार, 22 अप्रैल 2013

फर्जी कम्पनी के फर्जी विज्ञापन से ठगा गया एक गरीब बेरोजगार

फर्जी कम्पनी के फर्जी विज्ञापन से ठगा गया एक गरीब बेरोजगार
पुलिस अधीक्षक द्वारा कोतवाली जैसलमेर को कार्यवाही करने निर्देश

जैसलमेर पुलिस अधीक्षक कार्यालय जैसलमेर में एक परिवादी जितेन्द्रसिंह पुत्र श्री अजर्ुनसिंह उम्र 20 साल जाति राजपुत निवासी भादरिया तहसील पोकरण जिला जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जैसलमेर के समक्ष पेश हुआ व उसने इस आशय की रिपोर्ट पेश कि की मैं बेरोजगार, बेरोजगारी से त्रस्त नोकरी की तलाश में आये दिन अलग-अलग प्रकार के विज्ञापन को तलाश था कि अचानक एक दिन एक अखबार किसान हेल्पलाइन (हिन्दी कालसेंटर) से एक विज्ञापन को पढा जिसमें लिखा था। शीध्र ही होनहार, होशियार, पढा लिखे लडके-लडकी की आवश्यकता है। जिसको वेतन 18,500 से 28,500 तक दिया जावेगा। जिस पर मेने उस विज्ञापन पर अंकित नम्बरो 7877393884 से बात की। उसके बाद मेरे मोबार्इल पर 8882401392 से संदेश आया जिसमें मुझे 1500-रूपये जमा कराने हेतु एक खाता नम्बर दिया गया। मेने 1500 रूपये उस खाते में जमा कर दिये। उसके बाद मेरे पते पर एक रजिस्ट्री डाक से मिस्टर मोहित 161 वर्धमान टावर साउथ-एक्स नर्इ दिल्ली से पत्र आये तथा उसके बाद मेरे मोबार्इल पर फिर 8882401392 से संदेश पत्र आया व फिर 16,500 रूपये जमा करने हेतु लिखा गया । मेने भी पैसे जमा करवा दिये। उसके बाद एक बार फिर 9560145976 से मेरे को फोन आया जिसने अपना नाम पूजा शर्मा बताया ओर उसने फिर 12000 रूपये जा करने हेतु कहा लेकिन मेने उसको मना कर दिया ओर कहा मुझे तुम पर विश्वास न हीं मेरे पैसे वापिस लोटाओ। उसके बाद मेरे द्वारा फिर से फोन लगाने पर वह लोग फोन नहीं उठा रहे है ओर मेरे पैसे भी नहीं दे रहे हैं। जिस पर पुलिस अधीक्षक द्वारा उक्त मामले को गम्भीरता से लेते हुए थानाधिकारी पुलिस थाना कोतवाली को वास्ते कार्यवाही हेतु निर्देश दिये।
इसके साथ-साथ पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त जिलेवासियों से अपील की है कि इस प्रकार के मामले पहले बडे शहरों में ज्यादा होते थे, लेकिन अब इस प्रकार के लोगो द्वारा छोटे जिलो की तरफ आना शुरू किया है तथा वह वहा के भोले-भाले लोगो को विभिन्न प्रकार के लालच देकर रूपये ऐठते है। ये लोग (ठग) लोगो को फर्जी कम्पनी में नौकरी दिलवाने, टावर लगवाने, काल सेंटर पर लगवाने, लाटरी खुलवाने आदि प्रकार के लालच देने हेतु फर्जी र्इमेल, फर्जी वेबसार्इड, फर्जी बैंक एकाउण्ट नम्बर का उपयोग करते है । ऐसे विज्ञापनों पर विश्वास न करे। कभी भी ऐसा कोर्इ विज्ञापन आये तो उसके र्इमेल, वेबसार्इड, बैंक एकाउण्ट सब की वास्तविकता की जानकारी प्राप्त करे ओर वास्तविकता की जानकारी होने पर ही आगे कदम बढाये अन्यथा नहीं। इसके अलावा जिले में किसी को भी इस प्रकार कोर्इ ठगने की कोशिश करे तो उसकी जानकारी तुरंत अपने नजदीक पुलिस थानाचौकी या पुलिस कंट्रोल रूम को देवे।

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