गाजियाबाद। आरुषि तलवार हत्याकांड मामले में सीबीआई ने विशेष कोर्ट को हत्या के मकसद की जानकारी दी है। उसने बताया कि आरुषि और तलवार दंपति का घरेलू नौकर हेमराज घर में आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए थे। इसके बाद डॉ. राजेश ने दोनों की अपनी गोल्फ स्टिक से हत्या कर दी।
विशेष कोर्ट में जिरह के दौरान जांच एजेंसी के एडीशनल एसपी एजीएल कौल ने यह जानकारी दी। उन्होंने ही इस मामले की जांच करने वाले दल की अगुवाई की थी। 14 वर्षीय आरुषि का शव उसके घर के बेडरूम में 15 मई 2008 की रात को पाया गया। अगले दिन तलवार दंपति के अपार्टमेंट की छत से हेमराज का शव मिला था।
कौल ने बताया, ‘घटना वाली रात डॉ. राजेश को घर के भीतर से आवाजें सुनाई दीं। वे हेमराज के कमरे की तरफ गए। वह वहां नहीं मिला। उसके कमरे में दो गोल्फ स्टिक रखी थीं। राजेश ने एक उठा ली। वे आरुषि के कमरे की तरफ गए। आवाजें वहीं से आ रही थीं। दरवाजा अंदर से बंद नहीं था। धक्का देकर दरवाजा खोला। अंदर आरुषि व हेमराज बिस्तर पर आपत्तिजनक हालत में थे। राजेश आपा खो बैठे। गोल्फ स्टिक से उन्होंने पहले हेमराज के सिर पर वार किया। फिर आरुषि के माथे पर। दोनों की मौत हो गई।’
यह सबूत हैं
- गोल्फ स्टिक सीबीआई ने बरामद की। वह ठीक तरह से जुड़ी नहीं थी।
- आरुषि के माथे पर चोट का निशान था। यह ‘वी’ या ‘यू’ आकार वाली गोल्फ स्टिक की मार की वजह से था।
- आरुषि का शव बेडरूम से 15 मई 2008 को मिला था
विशेष कोर्ट में जिरह के दौरान जांच एजेंसी के एडीशनल एसपी एजीएल कौल ने यह जानकारी दी। उन्होंने ही इस मामले की जांच करने वाले दल की अगुवाई की थी। 14 वर्षीय आरुषि का शव उसके घर के बेडरूम में 15 मई 2008 की रात को पाया गया। अगले दिन तलवार दंपति के अपार्टमेंट की छत से हेमराज का शव मिला था।
कौल ने बताया, ‘घटना वाली रात डॉ. राजेश को घर के भीतर से आवाजें सुनाई दीं। वे हेमराज के कमरे की तरफ गए। वह वहां नहीं मिला। उसके कमरे में दो गोल्फ स्टिक रखी थीं। राजेश ने एक उठा ली। वे आरुषि के कमरे की तरफ गए। आवाजें वहीं से आ रही थीं। दरवाजा अंदर से बंद नहीं था। धक्का देकर दरवाजा खोला। अंदर आरुषि व हेमराज बिस्तर पर आपत्तिजनक हालत में थे। राजेश आपा खो बैठे। गोल्फ स्टिक से उन्होंने पहले हेमराज के सिर पर वार किया। फिर आरुषि के माथे पर। दोनों की मौत हो गई।’
यह सबूत हैं
- गोल्फ स्टिक सीबीआई ने बरामद की। वह ठीक तरह से जुड़ी नहीं थी।
- आरुषि के माथे पर चोट का निशान था। यह ‘वी’ या ‘यू’ आकार वाली गोल्फ स्टिक की मार की वजह से था।
- आरुषि का शव बेडरूम से 15 मई 2008 को मिला था
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