सोमवार, 22 अप्रैल 2013

धोरों के लड़ाके दिखा रहे अंग्रेजी सेना को दम


धोरों के लड़ाके दिखा रहे अंग्रेजी सेना को दम

जयपुर। भारतीय सेना की राजस्थान स्थित दक्षिण पश्चिम कमान के लड़ाके इन दिनों अपनी ताकत से अंग्रेजों की सेना को रूबरू करा रहे हैं। यह सब चल रहा है कर्नाटक के बेलगाम की पहाडियों में।

बेलगाम में यूनाईटेड किंगडम और भारतीय सेना का संयुक्त प्रशिक्षण शिविर संचालित किया जा रहा है,जिसमें भाग लेने के लिए जोधपुर की डेजर्ट कोर की कम्पनी भी अपनी युद्ध क्षमता का परिचय देने गई है।


"अजेय वॉरियर-2013" नामक सैन्य अभ्यास में मुख्य रूप से आतंकवाद और घुसपैठ विरोध ऑपरेशनों पर ध्यान दिया जा रहा है। कॉमनवेल्थ के सदस्य इन दोनों देशों की सेनाएं घुसपैठियों और आतंककारियों के मनसूबों को नाकाम करने में अपनी-अपनी विधाओं और तकनीकी का प्रदर्शन कर एक-दूसरे से अनुभवों को साझा कर रही है।

भारतीय सेना का मानना है कि इस अभ्यास से दोनों देशों के सामरिक सम्बन्धों में प्रगाढ़ता आएगी। दक्षिण पश्चिम कमान के प्रवक्ता कर्नल एस.डी.गोस्वामी के अनुसार संयुक्त अभ्यास में युद्धक उपकरणों का प्रदर्शन, साझा अभ्यास के साथ व्याख्यान भी आयेाजित किए गए हैं।

दोनों सेनाएं इसमें तीन सप्ताह का प्रशिक्षण ले चुकी हैं। अब चौथा और अंतिम चरण शुरू होगा। पूर्व के चरणों में दुश्मन के ठिकानों को खोज कर नष्ट करने का प्रशिक्षण ले चुके जवान अगले चरण में सम्बन्घित इलाके की घेराबंदी, इसे खाली कराने जैसी तकनीक से प्रशिक्षित किए जाएंगे।


संयुक्त अभ्यास में मानव रहित विमानों, रेकी और थर्मल इमेजिंग प्रणालियों समेत हैलीकॉप्टर,खोजी श्वान तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि जवानों को अपने लक्ष्य प्राप्त करने में तकनीक का बड़ा सहारा मिल सके। माना जा रहा है कि इस अभ्यास के बाद दोनों सेनाओं की ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में आतंककारी और घुसपैठ विरोधी कार्रवाई में क्षमता और बढ़ सकेगी।

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