सोमवार, 11 मार्च 2013

हत्या कर रामसिंह को फंदे से लटकाया!

हत्या कर रामसिंह को फंदे से लटकाया!
नई दिल्ली। पैरामैडिकल की 23 वर्षीय छात्रा के साथ सामूहिक गैंगरेप के मुख्य अभियुक्त रामसिंह की सोमवार को तिहाड जेल में मृत्यु को उसके परिजनों व वकीलों ने हत्या बताते हुए पूरे मामले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है। राम सिंह ने देश की अति सुरक्षित तिहाड जेल में तड़के पांच बजे फांसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी।


राम सिंह के पिता मांगे लाल ने तिहाड़ जेल के बाहर कहा कि उसकी हत्या की गई और बाद में उसे जेल में फंदे से लटका दिया गया। उसने हमसे कई बार कहा था कि उसे जेल में खतरा है। उसने इस संबंध में शिकायत भी दर्ज कराई थी। वह पहले ही दुष्कर्म का आरोप स्वीकार कर चुका था और उसने खुद मौत की सजा मांगी थी। हमने भी कहा कि उसे फांसी दी जानी चाहिए। तिहाड़ के कैदियों ने उसे कई बार पीटा था उसके साथ साथी कैदियों द्वारा दुष्कर्म भी किया जाता था। परिवार ने इस मामले की जांच कराने की मांग की है। जेल के बाहर राम सिंह की मां ने कहा कि वह खुदकुशी नहीं कर सकता। उसने अपना अपराध कबूल किया था। हम इस मामले की जांच चाहते हैं।

वकील ने कहा,सीबीआई जांच हो

तिहाड जेल के प्रवक्ता सुनील गुप्ता के मुताबिक राम सिंह ने अपने सभी कपड़ों को जोड़कर सीलिंग ग्रिल से लकड़ी की स्टूल के जरिये लटककर फांसी लगा ली। अभियुक्त के वकील एपी सिंह ने कहा कि राम सिंह ने आत्महत्या नहीं की है, यह हत्या है। यह हत्या आपराधिक षड्यंत्र के तहत की गई है और इसे पूरे मामले की जल्द से जल्द सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए। रामसिंह के परिजनों ने भी सीबीआई जांच की मांग की है जिससे कि उसकी मौत का सही तस्वीर सामने आ सके।

एक हाथ से कैसे लगाया फंदा

उसके पिता का कहना है कि राम सिंह केवल एक हाथ के सहारे आत्महत्या नहीं कर सकता है। राम सिंह के अभिभावकों ने हाल में उससे मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान रामसिंह ने शिकायत की थी कि उसे जब पहली बार जेल में लाया गया था तो उसके साथ मारपीट और अन्य कैदियों ने बुरा व्यवहार किया था। राम सिंह के परिजनों का कहना है कि पुलिस अधिकारियों ने उससे मिलने के लिए जेल जाने की अनुमति नहीं दी इसलिए वह उससे अदालत में बात करेंगे। उन्होंने मुकेश की सुरक्षा को लेकर भी अब चिंता जताई है।

दिल्ली से बाहर ट्रांसफर हो केस

उसके एक अन्य वकील वीके आनंद ने कहा है कि रामसिंह की खुदकुशी की खबर से आश्चर्य हुआ है। इससे सुरक्षा को लेकर चिंता पैदा होती है। इसलिए हम चाहते हैं कि इस मामले को दिल्ली से बाहर स्थानांतरित किया जाए। वकील ने कहा कि राम सिंह दबाव में नहीं था। रामसिंह इस मामले के छह आरोपियों में एक था। घटना वाली रात को जिस बस में छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया वह बस रामसिंह चला रहा था। मामले के चार अन्य आरोपी भी तिहाड जेल में बंद है जबकि एक नाबालिग है। छात्रा की बाद में सिंगापुर के एक अस्पताल में उपचार के दौरान 29 दिसम्बर को मृत्यु हो गई थी।

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