बुधवार, 20 मार्च 2013

बाल विवाह से त्रस्त विवाहिता किशोरी ने लगाई फांसी

बाल विवाह से त्रस्त विवाहिता किशोरी ने लगाई फांसी


नागौर जिले के नावां शहर। न्यायालय की ओर से पाबंद करने के बावजूद माता-पिता की ओर से जबरन बाल-विवाह करने वाली किशोरी ने मंगलवार दोपहर अपने पीहर मालियों की ढाणी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर पुलिस उपाधीक्षक विपिन शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने कमरे की तलाशी लेकर परिजन से पूछताछ करने के बाद शव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंप दिया।

थानाधिकारी राजेन्द्र बेनीवाल ने बताया कि मुकेश उर्फ मनीषा कुमावत पत्नी मनोज कुमावत निवासी कुचामन (16) अपने पीहर नावां आई हुई थी। मुकेश दोपहर छोटी बहन ज्योति के साथ घर पर टीवी देख रही थी। कुछ देर बाद ज्योति नहाने चली गई। घर में अन्य परिजन के नहीं होने के कारण मुकेश ने करीब साढे बारह बजे कमरे में दुपट्टे से फांसी लगा ली। ज्योति नहाकर आई तो मुकेश उसे फांसी के फंदे से झूलती मिली। ज्योति ने तुरंत अपने पिता श्रवणलाल को बुलाया।

उन्होंने तत्काल मुकेश को फंदे से नीचे उतारा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इस पर परिजन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस उपाधीक्षक शर्मा ने मौके पर पहुंच कर सुसाइड नोट के लिए कमरे की तलाशी ली तथा परिजन से पूछताछ की। बाद में शव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया। किशोरी के शादीशुदा होने के कारण बतौर कार्यपालक मजिस्ट्रेट तहसीलदार लक्ष्मीकांत गुप्ता ने मौके पर पहुंच कर परिजन से पूछताछ की। मामले की जांच कार्यपालक मजिस्ट्रेट एसडीएम सुखराम खोखर करेंगे।

पाबंद किए जाने के बाद भी कर दिया विवाह
थानाधिकारी बेनीवाल ने बताया कि श्रवणलाल कुमावत 10 दिसम्बर को अपनी दोनों पुत्रियों मुकेश (16) व ज्योति (14) का बाल विवाह कर रहा था। मुकेश ने 9 दिसम्बर की रात को जयपुर की एनजीओ महिला संगठन को बाल विवाह की शिकायत की थी। नायब तहसीलदार भागीरथराम चौधरी ने मय पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंचकर परिजन को बाल विवाह नहीं करने के लिए पाबंद करने के साथ ही न्यायालय में इस्तगासा दायर कराया था। इसके बाद परिजन ने मुकेश का विवाह 10 दिसम्बर को ही रूपनगढ़ के स्थान पर कुचामन के मनोज पुत्र मोटाराम कुमावत के साथ कर दिया। किशोरी पिछले कई दिन से अपने पीहर में ही रह रही थी।

बाद में आई सच्चाई सामने
परिजन ने पूछताछ के दौरान पुलिस को किशोरी के शादीशुदा होने की बात नहीं बताई लेकिन बाद में मृतका के सिर में मांग भरी होने पर शक होने पर पुलिस ने गहनता से पूछताछ की। जिस पर मृतका के पिता श्रवणलाल ने किशोरी की कुचामन में शादी किए जाने की जानकारी दी।

मेडिकल बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम
किशोरी के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के कारण मुख्य चिकित्साधिकारी नागौर ने मेडिकल बोर्ड का गठन किया। जिसमें डॉ. राजकुमारी बारूपाल, डॉ. रामदेव दूण व डॉ. श्रवण नायक की टीम ने पोस्टमार्टम किया।

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