बाड़मेर.बाड़मेर से गुवाहाटी जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन रविवार रात बाड़मेर स्थित वॉशिंग लाइन से बिना इंजन ही जोधपुर की ओर ट्रैक पर दौड़ पड़ी। बाड़मेर से 14 किलोमीटर दूर पहुंचने के बाद यह ट्रेन स्वत: ही रुक गई। ट्रेन के जनरल कोच में कुछ यात्री थे। जिस पटरी पर यह दौड़ी, उस पर सामने से कोई दूसरी ट्रेन भी नहीं आई।
हालांकि उत्तरलाई स्टेशन पर कालका एक्सप्रेस खड़ी थी, लेकिन लूप लाइन में होने के कारण गुवाहाटी एक्सप्रेस के रैक को दूसरा ट्रैक मिल गया। कालका बाड़मेर की ओर रवाना हो जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। जानकारी के अनुसार रविवार को दिन में बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस का वॉशिंग लाइन में रखरखाव किया गया था। यहां से यह ट्रेन रात 11 बजे गुवाहाटी के लिए रवाना होनी थी।करीब पौने नौ बजे इस ट्रेन में इंजन लगाकर स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ले जाने की तैयारी की जा रही थी। ट्रेन में इंजन लगने वाला ही था कि इस दौरान गैरेज एंड वैगन डिपार्टमेंट के कर्मचारियों ने ट्रेन के ब्रेक रिलीज कर दिए, जबकि यह प्रक्रिया इंजन लगने के बाद की जाती है। वॉशिंग लाइन की रेल लाइन में हल्की सी ढलान होने के कारण ब्रेक रिलीज होते ही एक्सप्रेस के 13 कोच का यह रैक जोधपुर की ओर रवाना हो गया। आगे ढलान ज्यादा होने के कारण रैक की स्पीड धीरे-धीरे बढ़ती गई। यह रैक बाड़मेर से 12 किलोमीटर दूर उत्तरलाई स्टेशन को भी पार गया और इससे 2 किलोमीटर आगे कवास की ओर बढ़ गया। चार रेल फाटकों को पार करते हुए करीब 14 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद इसकी स्पीड कुछ कम हुई तो रैक स्वत: ही रुक गया। इस बीच रेलवे ने चार फाटक बंद करवाए। वहीं, बाड़मेर रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मच गया। मामले की जानकारी मिलने पर जोधपुर से रेलवे के आला अधिकारी बाड़मेर पहुंचे और इंजन भेजकर रैक को वापस बाड़मेर लाया गया।
कमेटी करेगी जांच
मंडल रेल प्रबंधक राजेंद्र जैन ने बताया कि गुवाहाटी एक्सप्रेस का रैक ढलान होने के कारण चल पड़ा। यह कैसे और क्यों हुआ, इसकी जांच की जा रही है। इसके लिए एक कमेटी बना दी है। रिपोर्ट के आधार पर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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