नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर महाकुंभ में विवाद हो गया है। संतों का एक गुट मोदी के यहां आने के खिलाफ है। इनका मानना है कि कुंभ धर्म के लिए है ना कि राजनीति के लिए। जबकि दूसरा गुट लगातार मोदी का स्वागत करने के लिए बेताब है।
महाकुंभ में डेरा डाले स्वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि राजनीति को धर्म से दूर रखना चाहिए। यहां सब धर्म के लिए आते हैं। ऐसे में राजनीति यहां नहीं होनी चाहिए। जो लोग मोदी को यहां बुलाना चाह रहे हैं, वे नकली संत हैं। अधोक्षजानंद ने इससे भी आगे बढ़ते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी को गुजरात नरसंहार के लिए माफी मांगने चाहिए। वह जब तक उसका दंड नहीं भुगत लेते, तब तक उनका धर्म मंडप में कोई स्वागत नहीं है।
कुंभ में छह और सात फरवरी को होने वाले संत सम्मेलन में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता शामिल हो सकते हैं। इनमें नरेंद्र मोदी का भी नाम शामिल है।
महाकुंभ में डेरा डाले स्वामी अधोक्षजानंद ने कहा कि राजनीति को धर्म से दूर रखना चाहिए। यहां सब धर्म के लिए आते हैं। ऐसे में राजनीति यहां नहीं होनी चाहिए। जो लोग मोदी को यहां बुलाना चाह रहे हैं, वे नकली संत हैं। अधोक्षजानंद ने इससे भी आगे बढ़ते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी को गुजरात नरसंहार के लिए माफी मांगने चाहिए। वह जब तक उसका दंड नहीं भुगत लेते, तब तक उनका धर्म मंडप में कोई स्वागत नहीं है।
कुंभ में छह और सात फरवरी को होने वाले संत सम्मेलन में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता शामिल हो सकते हैं। इनमें नरेंद्र मोदी का भी नाम शामिल है।
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