गुरुवार, 21 फ़रवरी 2013

कर्नल सोना राम ने मुख्यमंत्री को सुनाई खरी खरी



कांग्रेस विधायक दल की बैठक में असंतुष्ट विधायक कर्नल सोना राम ने मुख्यमंत्री की कार्यशैली पर सवाल उठाए। विधायक दल की बैठक शुरू होते ही कर्नल सोना राम ने मुख्यमंत्री से बोलने की इजाजत मांगी लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया।

संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल और सरकारी मुख्य सचेतक रघु शर्मा के बाद मुख्यमंत्री ने बोलना शुरू किया। मुख्यमंत्री के भाषण के बीच में ही सोना राम ने उन्हें टोकते हुए कहा कि आप झूठ बोलते हैं। भाजपा की गुटबाजी की बात करते हैं, कांग्रेस में तो आप खुद गुटबाजी फैला रहे हैं। इस बीच कुछ विधायकों ने सोना राम को बैठाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने।

कर्नल सोना राम ने मुख्यमंत्री को इंगित करते हुए यहां तक कहा कि आपकी कई चालों को देखकर तो मुझे खुद शर्म आती है। बाहर आप मिलते नहीं, बैठक में बोलने नहीं देते, अपनी बात कहां कहें। मैं कांग्रेस को मजबूत करने की बात के लिए खड़ा हुआ हूं। आप जिस तरह की बातें करते हैं वह आपको शोभा नहीं देता।

आपने पार्टी हित को नजरअंदाज करके अपने ऐसे चहेतों को पद दिए जो पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। जैसलमेर में कांग्रेस उम्मीदवार सुनीता भाटी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके गोवर्धन कल्ला को आपने बीसूका जिला उपाध्यक्ष बनाया।

इससे पार्टी को क्या मजबूती मिली? 96 विधायकों में से आधे आपके खिलाफ हैं। योजनाएं बहुत अच्छी हैं लेकिन इनकी मॉनिटरिंग और इन पर काम कैसा चल रहा है। मैं आपके व्यक्तिगत रूप से खिलाफ नहीं हूं लेकिन गलत नीतियों का विरोध करता हूं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायक दल की बैठक में विधायकों को चुनावी साल में एकजुट होकर काम करने की अपील की। गहलोत ने कहा कि अब शिकायतें छोड़ एकजुटता से काम में जुट जाने का वक्त है।

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