पाकिस्तान में मंदिर तोड़े जाने से भड़के हिंदू
अमृतसर। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। कराची में एक बिल्डर ने 100 साल पुराने एक हिंदू मंदिर को तोड़ दिया गया। इससे भड़के हिंदू सड़कों पर उतर आए। पाकिस्तान के पूर्व मानवाधिकार मंत्री अंसार बर्नी ने आरोपी बिल्डर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और हिंदुओं की सुरक्षा की मांग की है। कहा जा रहा है कि हिंदू संगठन नेशनल असेंबली के हिंदू सदस्यों के साथ मिलकर इस मामले को पाकिस्तान की सरकार के समक्ष उठाएंगे।
बर्नी ने बताया कि बिल्डर ने कराची के सोल्जर बाजार में स्थित 100 साल पुराने श्री राम पीर मंदिर को तोड़ दिया। साथ ही मंदिर से लगते कई मकान भी तोड़ दिए। इससे करीब 40 हिंदू परिवार बेघर हो गए हैं। बिल्डर ने न केवल हिंदू मंदिर तोड़ा बल्कि उसके कर्मचारियों ने मंदिर में रखी देवी देवताओं की मूर्तियों को भी फेंक दिया।
यही नहीं बिल्डर के लोगों ने हिंदू समुदाय के कुछ लोगों के साथ मारपीट भी की। हर किसी को अपने धर्म का पालन करने की आजादी है। यह पाकिस्तान की सरकार की जिम्मेदारी है कि वह यहां रह रहे अल्पसंख्यकों के जान और माल की सुरक्षा करे।
बिल्डर शनिवार को उस वक्त मंदिर तोड़ने पहुंचा जब ज्यादातर हिंदू परिवार प्रार्थना कर रहे थे और नाश्ते की तैयारी कर रहे थे। बिल्डर का कहना है कि अतिक्रमण करके मंदिर बनाया गया है। अगर ऎसा है भी तो उसे मानवीय आधार पर मंदिर नहीं तोड़ना चाहिए था। वह स्थानीय प्रशासन के समक्ष इस मुद्दे को उठाएंगे ताकि हिंदुओं को इसंाफ मिल सके।
अमृतसर। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। कराची में एक बिल्डर ने 100 साल पुराने एक हिंदू मंदिर को तोड़ दिया गया। इससे भड़के हिंदू सड़कों पर उतर आए। पाकिस्तान के पूर्व मानवाधिकार मंत्री अंसार बर्नी ने आरोपी बिल्डर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और हिंदुओं की सुरक्षा की मांग की है। कहा जा रहा है कि हिंदू संगठन नेशनल असेंबली के हिंदू सदस्यों के साथ मिलकर इस मामले को पाकिस्तान की सरकार के समक्ष उठाएंगे।
बर्नी ने बताया कि बिल्डर ने कराची के सोल्जर बाजार में स्थित 100 साल पुराने श्री राम पीर मंदिर को तोड़ दिया। साथ ही मंदिर से लगते कई मकान भी तोड़ दिए। इससे करीब 40 हिंदू परिवार बेघर हो गए हैं। बिल्डर ने न केवल हिंदू मंदिर तोड़ा बल्कि उसके कर्मचारियों ने मंदिर में रखी देवी देवताओं की मूर्तियों को भी फेंक दिया।
यही नहीं बिल्डर के लोगों ने हिंदू समुदाय के कुछ लोगों के साथ मारपीट भी की। हर किसी को अपने धर्म का पालन करने की आजादी है। यह पाकिस्तान की सरकार की जिम्मेदारी है कि वह यहां रह रहे अल्पसंख्यकों के जान और माल की सुरक्षा करे।
बिल्डर शनिवार को उस वक्त मंदिर तोड़ने पहुंचा जब ज्यादातर हिंदू परिवार प्रार्थना कर रहे थे और नाश्ते की तैयारी कर रहे थे। बिल्डर का कहना है कि अतिक्रमण करके मंदिर बनाया गया है। अगर ऎसा है भी तो उसे मानवीय आधार पर मंदिर नहीं तोड़ना चाहिए था। वह स्थानीय प्रशासन के समक्ष इस मुद्दे को उठाएंगे ताकि हिंदुओं को इसंाफ मिल सके।
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