बच्चो के सामने हत्या की माँ की पिता ने
इससे वे सहम गए और रजाई में दुबक गए। गुरदीप ने चुन्नी से बने फंदे को तब तक दबाए रखा जब तक कुलविंद्र मर नहीं गई, लेकिन बच्चों के पास कोई चारा नहीं था। मां को मरते देखते बच्चे सुबकते रहे। कुलविंद्र ने करीब तीन माह पहले जान-माल की रक्षा के संबंध में थाने में फरियाद की थी, लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया।
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