नई दिल्ली।। देश राजधानी में दिल दहला देने वाले गैंगरेप के आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग भले ही कर रहा हो लेकिन पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने अपने कार्यकाल के दौरान 35 लोगों की फांसी की सजा माफ कर दी, उनमें से 5 रेपिस्ट हैं।
याद दिला दें कि पूर्व प्रेजिडेंट ने अपने कार्यकाल के दौरान आखिरी दिनों में 35 लोगों की मौत की सजा माफ कर दिया था। कोर्ट द्वारा सजायाफ्ता अपराधियों ने मर्डर और रेप जैसे दुर्दांत अपराध किए थे। यहां बता दें कि यूपीए सरकार की सलाह पर प्रेजिडेंट ने यह फैसला लिया था।
15 साल की लड़की के साथ रेप कर उसे और उसके परिवार वालों की हत्या कर देने वाले धर्मेंद्र सिंह और नरेंद्र यादव की मौत की सजा को प्रतिभा पाटील ने माफ कर दिया था। प्रेजिडेंट ने यह फैसला तत्कालीन होम मिनिस्टर पी चिदंबरम की सिफारिश पर लिया था।1994 में धर्मेंद्र और नरेंद्र ने अलीगढ़ के कमरा बाग गांव में लड़की से रेप के बाद चाकुओं से गोद कर उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद उसके परिवार के लोगों को भी मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले पर चिदंबरम ने प्रेजिडेंट को लिखित तौर पर कहा था- दोनों परिवारों के बीच कटुता का इतिहास रहा है। यह अपराध लालच, कामुकता और पारिवारिक झगड़े के चलते हुआ है जोकि अन-कॉमन है। चिदंबरम ने यह भी कहा कि इस कांड के वक्त धर्मेंद्र 25 साल का था और उसके दो छोटे बच्चे थे। साथ ही मां और दादी भी उस पर डिपेंड थीं।
इसी सूची में एक और रेपिस्ट सतीश था जिसने 6 साल की बच्ची का रेप कर मर्डर किया था। 2001 में यह यूपी में यह वारदात हुई थी। दो और, मोलाई राम और संतोष यादव, ने एक जेलर की 10 साल की बेटी का रेप और मर्डर किया था।
याद दिला दें कि पूर्व प्रेजिडेंट ने अपने कार्यकाल के दौरान आखिरी दिनों में 35 लोगों की मौत की सजा माफ कर दिया था। कोर्ट द्वारा सजायाफ्ता अपराधियों ने मर्डर और रेप जैसे दुर्दांत अपराध किए थे। यहां बता दें कि यूपीए सरकार की सलाह पर प्रेजिडेंट ने यह फैसला लिया था।
15 साल की लड़की के साथ रेप कर उसे और उसके परिवार वालों की हत्या कर देने वाले धर्मेंद्र सिंह और नरेंद्र यादव की मौत की सजा को प्रतिभा पाटील ने माफ कर दिया था। प्रेजिडेंट ने यह फैसला तत्कालीन होम मिनिस्टर पी चिदंबरम की सिफारिश पर लिया था।1994 में धर्मेंद्र और नरेंद्र ने अलीगढ़ के कमरा बाग गांव में लड़की से रेप के बाद चाकुओं से गोद कर उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद उसके परिवार के लोगों को भी मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले पर चिदंबरम ने प्रेजिडेंट को लिखित तौर पर कहा था- दोनों परिवारों के बीच कटुता का इतिहास रहा है। यह अपराध लालच, कामुकता और पारिवारिक झगड़े के चलते हुआ है जोकि अन-कॉमन है। चिदंबरम ने यह भी कहा कि इस कांड के वक्त धर्मेंद्र 25 साल का था और उसके दो छोटे बच्चे थे। साथ ही मां और दादी भी उस पर डिपेंड थीं।
इसी सूची में एक और रेपिस्ट सतीश था जिसने 6 साल की बच्ची का रेप कर मर्डर किया था। 2001 में यह यूपी में यह वारदात हुई थी। दो और, मोलाई राम और संतोष यादव, ने एक जेलर की 10 साल की बेटी का रेप और मर्डर किया था।
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