जयपुर से अगवा "नैना" की हत्या !
जयपुर। राजधानी से 28 नवम्बर को अगवा 7 साल की नैना की हत्या हो गई है। बुधवार को अजमेर रोड स्थिति बगरू गांव के समीप पुलिस को नैना का शव मिला है। श्याम नगर थाना इलाके के न्यू सांगानेर रोड स्थित देवी नगर से लापता हुई इस बच्ची को पुलिस और परिवारजन लगातार तलाश रहे थे। जानकारी के अनुसार नैना का शव यहां सड़क पर फैंका मिला है। शुरूआती जांच में उसकी मौत 3 दिन पहले होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि पुलिस ने अधिकारिक तौर पर फिलहाल बयान नहीं दिया है।
उल्लेखनीय है नैना के लापता होने के बद उसके नाना राजेन्द्र कुमार ने पुलिस में अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। लेकिन फिरौती या अन्य किसी मांग को लेकर किसी तरह के फोन कॉल्स के अभाव में पुलिस भी कुछ नहीं कर पाई और सप्ताहभर तक अपहरणकर्ताओं का कोई सुराग हाथ नहीं लगा। आठवें दिन नैना के शव की बरामदगी के साथ ही यह तलाश तो खत्म हो गई,लेकिन पुलिस इस मामले से रहस्य का पर्दा अब भी नहीं उठा पाई है।
पोस्टर छपवाए,टोलियों में ढूंढ़ा
नैना को तलाशने में जुटे उसके घरवाले पुलिस की कार्रवाई के भरोसे नहीं ब्ौठे थे,वे भी अपने रिश्तेदारों और पड़ौसियों के साथ उसकी तलाश में जुटे थे। परिजनों ने नैना की गुमशुदगी का पोस्टर छपवाए और अलग-अलग इलाकों में चस्पा किए थे। घरवालों के साथ रिश्तेदार और आस-पड़ोस के लोग भी टोलियों में कच्ची बस्तियों,बस स्टैण्ड और रेलवे स्टेशन पर नैना को खोेजा,लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
इस तरह से हुई थी लापता
टोडाभीम के फरासपुरा निवासी रवि सैन की बड़ी बेटी नैना (7) जन्म के कुछ दिन बाद से ही देवीनगर में अपने नाना राजेन्द्र कुमार के पास रहने लगी। वह घर के सामने वाली गली में स्थित स्कूल में पहली कक्षा की छात्रा थी। नानी गीता ने 28 नवम्बर की शाम उसे पीछे वाले मकान से कपड़े लाने भेजा था,लेकिन वह पचास कदम दूर इस मकान तक नहीं पहंुची।
आतिश मार्केट में देखा गया था
नैना की तलाश के दौरान पुलिस को किसी ने जानकारी दी कि उसे आतिश मार्केट के पास देखा गया था। आतिश मार्केट व आस-पास की बस्तियों को खंगाला गया। हालांकि तलाश के बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा था।
एक अन्य नैना ढाई घंटे में मिली
उधर,सोमवार को पुलिस को लगा कि नैना मिल गई,लेकिन नैना नाम की ही यह बालिका कोई और थी। हुआ यूं कि जनपथ पर सुबह एक सात वर्षीय बालिका अकेली मिली। किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस ने बालिका से पूछा तो उसने नाम नैना बताया। इस पर देवी नगर से लापता नैना के परिजनों को सूचना दी। परिजन थाने पहंुचे तो सामने आया कि जनपथ पर मिली बालिका उनकी नहीं है। कुछ देर बाद थाने बैठी बालिका के परिजन भी पहंुचे गए। बालिका निवाई निवासी थी,जो परिजनों संग यहां समारोह में आई थी। लापता होने के करीब ढाई घंटे बाद ही वह मिली गई।
जयपुर। राजधानी से 28 नवम्बर को अगवा 7 साल की नैना की हत्या हो गई है। बुधवार को अजमेर रोड स्थिति बगरू गांव के समीप पुलिस को नैना का शव मिला है। श्याम नगर थाना इलाके के न्यू सांगानेर रोड स्थित देवी नगर से लापता हुई इस बच्ची को पुलिस और परिवारजन लगातार तलाश रहे थे। जानकारी के अनुसार नैना का शव यहां सड़क पर फैंका मिला है। शुरूआती जांच में उसकी मौत 3 दिन पहले होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि पुलिस ने अधिकारिक तौर पर फिलहाल बयान नहीं दिया है।
उल्लेखनीय है नैना के लापता होने के बद उसके नाना राजेन्द्र कुमार ने पुलिस में अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। लेकिन फिरौती या अन्य किसी मांग को लेकर किसी तरह के फोन कॉल्स के अभाव में पुलिस भी कुछ नहीं कर पाई और सप्ताहभर तक अपहरणकर्ताओं का कोई सुराग हाथ नहीं लगा। आठवें दिन नैना के शव की बरामदगी के साथ ही यह तलाश तो खत्म हो गई,लेकिन पुलिस इस मामले से रहस्य का पर्दा अब भी नहीं उठा पाई है।
पोस्टर छपवाए,टोलियों में ढूंढ़ा
नैना को तलाशने में जुटे उसके घरवाले पुलिस की कार्रवाई के भरोसे नहीं ब्ौठे थे,वे भी अपने रिश्तेदारों और पड़ौसियों के साथ उसकी तलाश में जुटे थे। परिजनों ने नैना की गुमशुदगी का पोस्टर छपवाए और अलग-अलग इलाकों में चस्पा किए थे। घरवालों के साथ रिश्तेदार और आस-पड़ोस के लोग भी टोलियों में कच्ची बस्तियों,बस स्टैण्ड और रेलवे स्टेशन पर नैना को खोेजा,लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
इस तरह से हुई थी लापता
टोडाभीम के फरासपुरा निवासी रवि सैन की बड़ी बेटी नैना (7) जन्म के कुछ दिन बाद से ही देवीनगर में अपने नाना राजेन्द्र कुमार के पास रहने लगी। वह घर के सामने वाली गली में स्थित स्कूल में पहली कक्षा की छात्रा थी। नानी गीता ने 28 नवम्बर की शाम उसे पीछे वाले मकान से कपड़े लाने भेजा था,लेकिन वह पचास कदम दूर इस मकान तक नहीं पहंुची।
आतिश मार्केट में देखा गया था
नैना की तलाश के दौरान पुलिस को किसी ने जानकारी दी कि उसे आतिश मार्केट के पास देखा गया था। आतिश मार्केट व आस-पास की बस्तियों को खंगाला गया। हालांकि तलाश के बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा था।
एक अन्य नैना ढाई घंटे में मिली
उधर,सोमवार को पुलिस को लगा कि नैना मिल गई,लेकिन नैना नाम की ही यह बालिका कोई और थी। हुआ यूं कि जनपथ पर सुबह एक सात वर्षीय बालिका अकेली मिली। किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस ने बालिका से पूछा तो उसने नाम नैना बताया। इस पर देवी नगर से लापता नैना के परिजनों को सूचना दी। परिजन थाने पहंुचे तो सामने आया कि जनपथ पर मिली बालिका उनकी नहीं है। कुछ देर बाद थाने बैठी बालिका के परिजन भी पहंुचे गए। बालिका निवाई निवासी थी,जो परिजनों संग यहां समारोह में आई थी। लापता होने के करीब ढाई घंटे बाद ही वह मिली गई।
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