बाड़मेर बालोतरा शहर के औद्योगिक क्षेत्र के तृतीय चरण स्थित एक कारखाने में टांके की सफाई के लिए घुसे छह श्रमिकों की जहरीली गैस के चलते तबीयत बिगड़ गई। इनमें से एक श्रमिक कृष्णा पुत्र गौतमचंद निवासी बांसवाड़ा बेहोश हो गया। इसकी स्थिति नाजुक बनी हुई थी। तृतीय चरण स्थित महारूप टैक्सटाइल नामक कारखाने में मंगलवार को दो श्रमिक टांके की सफाई के लिए अंदर प्रवेश हुए। जहरीली गैस के चलते इन श्रमिकों की तबीयत अचानक बिगड़ गई और वे बचाव के लिए चिल्लाने लगे। उन्हें बचाने के लिए दो और श्रमिक अंदर घुसे तो उनकी भी तबीयत बिगड़ गई।
बाद में दो और श्रमिक इन्हे बचाने के लिए टांके में प्रवेश हुए। इन सभी छह श्रमिकों को अर्द्ध बेहोशी की हालत में बाहर निकाला गया। सूचना मिलने पर 108 एम्बुलेंस के पायलट महेन्द्र माली व ईएमटी धर्मपालसिंह जुगतावत ने मौके पर पहुंचकर श्रमिकों को उपचार के लिए राजकीय नाहटा अस्पताल पहुंचाया। पांच श्रमिकों को मामूली उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। जबकि बेहोशी व गंभीर स्थिति को देखते हुए श्रमिक कृष्णा को उपचार के लिए दाखिल किया गया है। समाचार लिखे जाने तक उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई थी। --
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