मंगलवार, 11 दिसंबर 2012

गाजे-बाजे से निकलेगी ठाकुरजी की बारात

गाजे-बाजे से निकलेगी ठाकुरजी की बारात

पचपदरा। पचपदरा के वृंदावनधाम भगवती आश्रम से 28 दिसम्बर को शाही ठाट-बाट के साथ अनूठी बारात निकलेगी। ठकुरानी राधा रानी से ब्याह के लिए अश्व पर सवार होकर ठाकुरजी बारात लेकर रवाना होंगे। पिछले करीब साढ़े तीन दशक से वृंदावनधाम में हो रहा यह अनूठा वैवाहिक आयोजन न केवल पचपदरा वरन् संभाग भर के कृष्ण भक्तों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। पचपदरा में हर वर्ष राधा कृष्ण विवाहोत्सव के दौरान जिले सहित संभाग के कोने-कोने से हजारो की संख्या में महिलाएं व पुरूष ठाकुरजी की बारात में शरीक होकर चार चांद लगाते हैं। वृंदावनधाम में इन दिनों राधा कृष्ण विवाहोत्सव का आगाज हो चुका है।

ठाकुरजी व राधा रानी की पाट बिठाई की रस्म के साथ ही सांझी गीतों की स्वर लहरियां गूंजने लगी है। महिलाएं लाड कोड के साथ प्रतिदिन आश्रम पहुंचकर सांझी गीत गाते हुए वैवाहिक रस्में निभा रही है। जगह-जगह से राधा रानी व ठाकुरजी के बंदोले पहुंचाने का क्रम भी शुरू हो गया है। ढोल ढमाके के साथ श्रद्धालुओं के घर से आश्रम तक बंदोले पहुंचाए जा रहे हैं। आश्रम व्यवस्था समिति के संयोजक जयप्रकाश कोठारी के अनुसार राधा कृष्ण विवाहोत्सव 28 दिसम्बर को होगा।

शोभायात्रा के साथ बारात निकलेगी। कस्बे के प्रमुख मार्गो से होते हुए पुन: आश्रम पहुंचेगी। मुख्य द्वार पर वर व वधु पक्ष की ओर से मिलनी का कार्यक्रम होगा। अश्व पर सवार दूल्हे राजा ठाकुरजी द्वारा तोरण वंदन की रस्म अदा की जाएगी। इसके बाद राधा कृष्ण हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार परिणय सूत्र में बंधेगे। विवाहोत्सव की पूर्व संध्या पर बंदोली का आयोजन होगा।

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