मंगलवार, 6 नवंबर 2012

खून के इंतजार में घायल महिला ने दम तोड़ा



खून के इंतजार में घायल महिला ने दम तोड़ा

 
मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा


बाड़मेरराजकीय अस्पताल में एक महिला की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। गुस्साए लोगों का आरोप है कि अस्पताल से उन्हें दो-ढाई घंटे तक खून उपलब्घ नहीं हुआ। जिससे मौत हुई हैं। हंगामा के बाद पुलिस दल भी मौके पर पहुंचा।

गौतमचंद्र ओसवाल निवासी रैन बसेरा के पीछे ने बताया कि उसकी माता शांति देवी (60) सोमवार सुबह तीर्थ यात्रा से आए लोगों का स्वागत करने के लिए स्टेशन गई थी। वहां से घर लौट रही थीं। इसी बीच विद्यापीठ स्कूल के पास एक टेंपो ने पीछे से टक्कर मार दी। घटना के बाद महिला लहूलुहान हो गई। राहगीरों ने करीब 11:30 बजे राजकीय अस्पताल पहुंचाया। इमरजेंसी में डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर बताया कि खून का स्त्राव ज्यादा हो गया है। डॉक्टरों ने परिजनों को जल्द खून की व्यवस्था करने को कहा। इसके बाद परिजनों खून के लिए ब्लड बैंक गए। परिजनों का आरोप है कि ब्लड बैंक में लैब टेक्नीशियन ने खून देने से इनकार कर दिया। ब्लड बैंक में बैठे टेक्नीशियन से ढाई बजे तक मन्नत करते रहे, लेकिन उसने खून नहीं दिया। खून नहीं मिलने के कारण करीब ढाई बजे महिला ने दम तोड़ दिया। इसके बाद गुस्साए लोगों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और डॉक्टर व लैब टेक्नीशियन द्वारा लापरवाही बरतने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हंगामे के बाद पुलिस दल भी मौके पर पहुंचा।

॥घायल महिला के परिजन फ्रेश ब्लड लगवाने के लिए कह रहे थे, लेकिन अस्पताल में फ्रेश ब्लड उपलब्ध नहीं था। अस्पताल में ब्लड रखा हुआ था और स्टाफ ब्लड देने को तैयार था, लेकिन परिजन फ्रेश ब्लड पर अड़े रहे। इसमें अस्पताल प्रशासन की कोई गलती नहीं है।

डॉ. आर.के. माहेश्वरी, पीएमओ राजकीय अस्पताल, बाड़मेर

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