ब्रह्मधाम गादीपति कल बिजरोल खेड़ा के लिए प्रस्थान करेंगे
बालोतरा श्री ब्रह्मा सावित्री सिद्ध पीठाधीश्वर तुलछाराम महाराज अपना 32 वां चातुर्मास पूरा कर 12 अक्टूबर को सवेरे जगत पितामह ब्रह्माजी, शिवधुणे व ब्रह्मर्षि ब्रह्मलीन गुरु महाराज खेतारामजी महाराज के वैकुंठधाम के दर्शन कर खेतारामजी महाराज की जन्मस्थली बिजरोल खेड़ा के लिए प्रस्थान करेंगे। ट्रस्ट के महामंत्री भंवरसिंह कनाना ने बताया कि बिजरोल खेड़ा में रात्रि विश्राम कर गौ धाम महातीर्थ पथमेड़ा के दर्शन कर राजकोट रात्रि विश्राम करेंगे। इसके बाद 14 अक्टूबर को रात्रि विश्राम सोमनाथ महादेव मंदिर करेंगे। वहीं 15 अक्टूबर को सोमवती अमावस्या को सौराष्ट्र में सोमनाथ महादेव तीर्थ पर क्षोर कर्म समुद्र स्नान कर सोमनाथ ज्योतिर्लिंग की पूजा-अर्चना एवं महाभिषेक कर दर्शन करेंगे। 15 अक्टूबर को रात्रि विश्राम द्वारिकापुरी धाम करेंगे। द्वारिकापुरी धाम, श्री भेंट द्वारिका, श्री गोमती द्वारिका, श्री मूल द्वारिका व श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर 19 अक्टूबर को श्री रणछोडऱाय भगवान डाकोर जी रात्रि विश्राम व जागरण के बाद 20 अक्टूबर को सवेरे 10 बजे रणछोडऱाय भगवान डाकोर के मंदिर में 52 गज की धर्म ध्वजा चढ़ाएंगे। वहां से प्रस्थान कर पीठाधीश्वर पावागढ़ महाकाली मंदिर के दर्शन कर विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन करते हुए 29 अक्टूबर को श्री द्वारिकापुरी धाम जाएंगे। शरद पूर्णिमा 29 अक्टूबर को श्री द्वारिकाधीश भगवान की अमर ध्वजारोहण करेंगे। यहां से अंबाजी धाम, आबू पर्वत के दर्शनार्थ प्रस्थान करेंगे। वहां से सिरोही जिले में कालिंद्री में श्री ब्रह्माजी मंदिर के दर्शन कर मवड़ी-मायलावास मध्य जुझाणी नाड़ी पर श्री गुरु प्याऊ पर रात्रि विश्राम व रात्रि जागरण का आयोजन होगा। वहां से सवेरे श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ आएंगे।
बालोतरा श्री ब्रह्मा सावित्री सिद्ध पीठाधीश्वर तुलछाराम महाराज अपना 32 वां चातुर्मास पूरा कर 12 अक्टूबर को सवेरे जगत पितामह ब्रह्माजी, शिवधुणे व ब्रह्मर्षि ब्रह्मलीन गुरु महाराज खेतारामजी महाराज के वैकुंठधाम के दर्शन कर खेतारामजी महाराज की जन्मस्थली बिजरोल खेड़ा के लिए प्रस्थान करेंगे। ट्रस्ट के महामंत्री भंवरसिंह कनाना ने बताया कि बिजरोल खेड़ा में रात्रि विश्राम कर गौ धाम महातीर्थ पथमेड़ा के दर्शन कर राजकोट रात्रि विश्राम करेंगे। इसके बाद 14 अक्टूबर को रात्रि विश्राम सोमनाथ महादेव मंदिर करेंगे। वहीं 15 अक्टूबर को सोमवती अमावस्या को सौराष्ट्र में सोमनाथ महादेव तीर्थ पर क्षोर कर्म समुद्र स्नान कर सोमनाथ ज्योतिर्लिंग की पूजा-अर्चना एवं महाभिषेक कर दर्शन करेंगे। 15 अक्टूबर को रात्रि विश्राम द्वारिकापुरी धाम करेंगे। द्वारिकापुरी धाम, श्री भेंट द्वारिका, श्री गोमती द्वारिका, श्री मूल द्वारिका व श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर 19 अक्टूबर को श्री रणछोडऱाय भगवान डाकोर जी रात्रि विश्राम व जागरण के बाद 20 अक्टूबर को सवेरे 10 बजे रणछोडऱाय भगवान डाकोर के मंदिर में 52 गज की धर्म ध्वजा चढ़ाएंगे। वहां से प्रस्थान कर पीठाधीश्वर पावागढ़ महाकाली मंदिर के दर्शन कर विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन करते हुए 29 अक्टूबर को श्री द्वारिकापुरी धाम जाएंगे। शरद पूर्णिमा 29 अक्टूबर को श्री द्वारिकाधीश भगवान की अमर ध्वजारोहण करेंगे। यहां से अंबाजी धाम, आबू पर्वत के दर्शनार्थ प्रस्थान करेंगे। वहां से सिरोही जिले में कालिंद्री में श्री ब्रह्माजी मंदिर के दर्शन कर मवड़ी-मायलावास मध्य जुझाणी नाड़ी पर श्री गुरु प्याऊ पर रात्रि विश्राम व रात्रि जागरण का आयोजन होगा। वहां से सवेरे श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ आएंगे।
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