स्टॉकहोम. चीनी लेखक मो यान 2012 के साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए चुने गए हैं। मो यान चीन में सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले और परंपारिक अर्थों में लिखने वाले साहित्यकारों में से हैं। स्वीडिश एकेडमी ने पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा कि मो यान को लोक कथाओं, इतिहास और समकालीन साहित्य को भ्रांतिजनक यथार्थवाद के साथ मिलाने की शैली के लिए नोबेल दिया जा रहा है।
चीन के उत्तर पश्चिमी गाओमी में पैदा हुए मो यान का असली नाम गुआन मोये है। मो यान लेखक का पेन नाम है, जिसका अर्थ होता है मौन रहना वाला। मो को फ्रांस काफ्का या जोसेफ हेलर का चीनी जवाब भी कहा जाता है। वह पहले चीनी नागरिक और दूसरे चीनी भाषा के लेखक है, जिन्हें साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया जा रहा है। उनके लेखन में 20वीं सदी के काले और बदतरीन चीनी समाज की छवि पेश होती है।
इससे पूर्व ग्लोबल टाइम्स के ओप-एड पेज में भी आशा जताई गई थी कि 2012 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार के लिए ब्रिटेन के लेडब्रोक्स, जापान के हारूकी मुराकामी और चीनी लेखक मो यान के बीच कड़ा मुकाबला हो सकता है। गौरतलब है कि इस साल के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा सोमवार से चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार के ऐलान साथ शुरू किया गया.
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