आठ ने किया रेप,बनाई अश्लील क्लिपिंग
हिसार। हिसार में सरकारी अस्पताल के बाहर एक दलित महिला और उसकी नाबालिग बेटी पिछले चार दिन से बैठे हुए हैं। अस्पताल के मोर्चरी में महिला के पति का शव पड़ा है। गांव वाले न्याय के लिए कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस माह डाबरा गांव में आठ लोगों ने 16 साल की दलित से रेप किया था। दस दिन तक किशोरी कुछ नहीं बोली। जब पिता को वारदात का पता चला तो उसने जहर खाकर जान दे दी।
सूत्रों के मुताबिक बदमाशों ने अपने मोबाइल में रेप की रिकॉर्डिग कर ली थी। उन्होंने हिसार में कई लोगों को अश्लील क्लिपिंग दिखाई थी। हालांकि पुलिस ने इससे इनकार कर रही है। पीडित दलित परिवार का कहना है कि जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते वे शव को नहीं ले जाएंगे। हिसार के पुलिस अधीक्षक सतीश पी. बालन ने बताया कि एक युवक को हिरासत में लिया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही पीडित परिवार शव को ले जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक 9 सितंबर को दलित किशीरी को अगवा किया गया था। पीडिता ने बताया कि एक कार उसके पीछे आकर रूकी। कार में आठ लोग बैठे थे। उनमें महेन्द्र और राजकुमार भी शामिल थे। उन्होंने मुझे कार के अंदर खींच लिया। वे मुझे तोशम रोड ले गए। चार और लड़के वहां इतजार कर रहे थे। आठ लड़कों ने मेरे साथ तीन घंटे तक बलात्कार किया। उनमें से चार ने मोबाइल में रिकॉर्डिग की। चार को मैं पहचानती हूं। उनमें से एक राजनेता का भतीजा है।
जब पीडिता ने खाना छोड़ दिया तो उसकी मां ने पूछताछ की। पीडिता की मां स्कूल में टीचर थी लेकिन दो बच्चों की देखभाल के लिए उसने नौकरी छोड़ दी थी। पीडिता की मां का कहना है कि 18 सितंबर को उसकी बेटी ने अपना दर्द बयां किया। मैंने अपने पति को घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मुझे अपने बच्चों के साथ पीहर भेज दिया। इसके बाद उन्होंने जहर खाकर जान दे दी। पीडिता का पिता माली का काम करता है। उसे 20 हजार रूपए महीना मिलते थे। उसके वेतन का ज्यादातर पैसा बच्चों की एजुकेशन पर खर्च हो जाता था। पीडिता का भाई हिसार की आईटीआई कॉलेज में पढ़ता है। पीडिता ने बताया कि वह डॉक्टर बनना चाहती थी।
हिसार। हिसार में सरकारी अस्पताल के बाहर एक दलित महिला और उसकी नाबालिग बेटी पिछले चार दिन से बैठे हुए हैं। अस्पताल के मोर्चरी में महिला के पति का शव पड़ा है। गांव वाले न्याय के लिए कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस माह डाबरा गांव में आठ लोगों ने 16 साल की दलित से रेप किया था। दस दिन तक किशोरी कुछ नहीं बोली। जब पिता को वारदात का पता चला तो उसने जहर खाकर जान दे दी।
सूत्रों के मुताबिक बदमाशों ने अपने मोबाइल में रेप की रिकॉर्डिग कर ली थी। उन्होंने हिसार में कई लोगों को अश्लील क्लिपिंग दिखाई थी। हालांकि पुलिस ने इससे इनकार कर रही है। पीडित दलित परिवार का कहना है कि जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते वे शव को नहीं ले जाएंगे। हिसार के पुलिस अधीक्षक सतीश पी. बालन ने बताया कि एक युवक को हिरासत में लिया गया है। उम्मीद है कि जल्द ही पीडित परिवार शव को ले जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक 9 सितंबर को दलित किशीरी को अगवा किया गया था। पीडिता ने बताया कि एक कार उसके पीछे आकर रूकी। कार में आठ लोग बैठे थे। उनमें महेन्द्र और राजकुमार भी शामिल थे। उन्होंने मुझे कार के अंदर खींच लिया। वे मुझे तोशम रोड ले गए। चार और लड़के वहां इतजार कर रहे थे। आठ लड़कों ने मेरे साथ तीन घंटे तक बलात्कार किया। उनमें से चार ने मोबाइल में रिकॉर्डिग की। चार को मैं पहचानती हूं। उनमें से एक राजनेता का भतीजा है।
जब पीडिता ने खाना छोड़ दिया तो उसकी मां ने पूछताछ की। पीडिता की मां स्कूल में टीचर थी लेकिन दो बच्चों की देखभाल के लिए उसने नौकरी छोड़ दी थी। पीडिता की मां का कहना है कि 18 सितंबर को उसकी बेटी ने अपना दर्द बयां किया। मैंने अपने पति को घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मुझे अपने बच्चों के साथ पीहर भेज दिया। इसके बाद उन्होंने जहर खाकर जान दे दी। पीडिता का पिता माली का काम करता है। उसे 20 हजार रूपए महीना मिलते थे। उसके वेतन का ज्यादातर पैसा बच्चों की एजुकेशन पर खर्च हो जाता था। पीडिता का भाई हिसार की आईटीआई कॉलेज में पढ़ता है। पीडिता ने बताया कि वह डॉक्टर बनना चाहती थी।
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