बाड़मेर ः लोक जीवन में छाया नवाचाराें का इन्द्रधनुष
आधुनिक विकास का सुनहरा मंजर दिखा रहा है थार
- डॉ. दीपक आचार्य
जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी
बाड़मेर
राजस्थान का बाड़मेर जिला कहने को भारतवर्ष की पश्चिमी सरहद पर जरूर है लेकिन समग्र विकास के साथ ही नवाचारों के कई-कई सूरज उगाने में अव्वल बना हुआ है।
बाड़मेर जिले में सामूहिक उत्थान के बहुआयामी लक्ष्यों व नव निर्माण की कल्पनाओं को साकार करने के साथ ही ढेरों नवाचारों का सुनहरा इन्द्रधनुष रचने में बाड़मेर में हो रही सृजनात्मक गतिविधियाँ बेमिसाल हैं।
बात चाहे आम आदमी की बुनियादी जरूरतों की हो या सामुदायिक कल्याण की, या फिर परिवेशीय, समाज सुधार अथवा सामाजिक सरोकारों की। हर मामले में नवाचारों के बेहतर क्रियान्वयन का कीर्तिमान कायम कर रहा है बाड़मेर। नवाचारों के जरिये लोक सहभागिता के विस्तार और तरक्की की नई तस्वीर उभारने का बीड़ा उठा रखा है बाड़मेर की जिला कलक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने। जिला कलक्टर के इन नवाचारों ने थार धरा पर करिश्मा कर दिखाया है। इन सभी नवाचारों ने आमजन की सरकार के प्रति लोक विश्वास को ऊँचाइयाँ प्रदान की हैं। इन नवाचारों की रोशनी ने विकास के रंगों को और अधिक शौख चटक बनाते हुए कई नवीन बिम्बों का सुकून दिया है।
लोक सहभागिता से साकार हुआ विकास
बाड़मेर जिले में सामुदायिक विकास के क्षेत्र में जन भागीदारी व निजी भागीदारी ने नवनिर्माण की नई दिशाओं का सूत्रपात किया है। निजी भागीदारी से विकास की सुनहरी तस्वीर उभारने में विभिन्न कंपनियों के सहयोग के साथ ही नवाचारों के प्रति आकर्षण व सहभागिता ने विकास के कई बिम्बों को स्वर्णिम आभा प्रदान की है।
इस दिशा में राजवेस्ट पॉवर प्रोजेक्ट के सहयोग से बनिया सांडा धोरा गाँव में दो करोड़ की लागत से स्कूल निर्माण, केयर्न एनर्जी इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड के 2 करोड़ की धनराशि सहयोग से बायतु में बालिका स्कूल व 40 लाख रुपये सहयोग से बाड़मेर टाउन हाल का निर्माण कराया गया।
केयर्न एनर्जी इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से ही बाड़मेर जिला मुख्यालय स्थित आदर्श स्टेडियम में 3600 वर्ग फुट क्षेत्र में संगीत मय फव्वारा (म्युजिकल फाउन्टेन) विकास के आधुनिक सरोकारों का पर्याय बन गया है। इसी प्रकार टाटा संस्थान के सहयोग से बाड़मेर में जिला खेलकूद एवं सांस्कृतिक संस्थान का जीर्णोद्धार और पीपीपी के तहत मैसर्स सत्यम डाईग्नोस्टिक जोधपुर द्वारा बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय में सिटी स्केन मशीन की स्थापना जिले के लिए अहम उपलब्धियों में शुमार है।
गुलाबी रंगत दिखा रहे बीपीएल आवास
बाड़मेर जिले में मुख्यमंत्री ग्रामीण बीपीएल आवास योजना में बने आवासों को दूर से ही देखकर पहचाना जा सकता है। जिला प्रशासन ने इन आवासों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने तथा एकरूपता लाने की दृष्टि से जिले में ऎसे सभी आवासों पर गुलाबी रंग करवाया है।
लहराया बेटी बचाओ का संकल्प
बाड़मेर जिले में बालिका संरक्षण व विकास की दृष्टि से बेहतर माहौल सृजित है। जनगणना 2011 में लिंगानुपात में आयी गिरावट के मद्देनज़र बालिका जन्म को भी महोत्सव का रूप देने के लिए जिलास्तर से लेकर ग्रामस्तर तक कन्या ढूंढ़ महोत्सव का आयोजन, बेटी बचाने का संदेश संवहित करने विभिन्न आयोजनों व मंचों का उपयोग कर जिले भर में ‘‘हमारी लाडली महा अभियान’’ का संचालन तथा नवजात बालिकाओं को बेबी किट वितरण के कार्यक्रमों ने लिंगभेद पाटने के अभिनव प्रयासों के ख़ासा सम्बल प्रदान किया है।
आम आदमी ने पाया सुकून
बाड़मेर जिले में आम आदमी से जुडे़ तमाम आयामों में नवाचार का व्यापक इस्तेमाल कर प्रभावी सामाजिक चेतना क्रांति लाने में जिला प्रदेशभर में अग्रणी कहा जा सकता है।
जिले भर में उचित मूल्य की दुकानों की आसानी से पहचान के लिए इन दुकानों के अग्र भाग (अगले दृश्यमान हिस्से) को गहरे नीले रंग से पेंट करवा कर उस पर सभी जरूरी जानकारी तथा सम्बंधित के फोन नम्बर अंकित कराए गए हैं। इसके साथ ही उचित मूल्य दुकानदार के स्तर पर सुभिन्न स्टॉक एवं वितरण प्रणाली लागू की गई है। जिले में गैस वितरण व्यवस्था को ऑन लाईन कर इसका प्रभावी पर्यवेक्षण व नियंत्रण जारी है। इन नवाचारों ने आम उपभोक्ताओं को खूब राहत व सुकून का अहसास कराया है।
नवाचाराें की दृष्टि से हर मामले में इक्कीस साबित हो रहे बाड़मेर जिले में निःशुल्क दवा वितरण के लिए पेंशनर्स, महिलाओं एवं विकलांगाें के लिए अलग-अलग दवा वितरण काउण्टर स्थापित किये गये हैं। इसी प्रकार अस्पताल में भर्ती मरीज को उससे सम्बंधित वार्ड में ही दवा उपलब्ध कराने दवा वितरण केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
बही समाज सुधार की धाराएं
बाड़मेर जिले में जिला प्रशासन द्वारा समाज सुधार एवं व्यापक जनचेतना जगाने के भरपूर प्रयास रंग ला रहे हैं। जिले में नवजीवन योजना के अंतर्गत विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा सांसी समाज के 400 लाभार्थियों को शराब बनाने के काम से मुक्ति दिलाकर आय अर्जन गतिविधियों से जोड़ा जाकर नया जीवन दिया गया। जिले में बाल विवाह की कुप्रथा को समाप्त करने की दृष्टि से अखातीज के अवसर पर 102 बाल विवाह रुकवाये गये।
जल सेना ने दूर की पेयजल समस्या
बाड़मेर जिले में पेयजल गतिविधियों के सतत् पर्यवेक्षण व समस्या आने की स्थिति में समयबद्ध त्वरित समाधान को लेकर 80 अधिकारियों की टीम बनी। इन अधिकारियों ने जल प्रहरी की भूमिका बखूबी निभायी। पेयजल प्रबंधन तथा समस्या समाधान की दृष्टि से जिला, उपखण्ड व पंचायत स्तर से जुड़ी त्रिस्तरीय पर््रशासनिक व्यवस्था अत्यंत कारगर रही। जिले में ग्रीष्मकाल के दौरान 842 ग्राम-ढांणियों में टैंकरों से पेयजल परिवहन किया गया। जबकि शहरी क्षेत्र में मोहल्लेवार प्लास्टिक टंकिया रखवाकर पीने के पानी की व्यवस्था की गई।
लोक जागरण के लिए प्रचार का नवाचार
बाड़मेर जिले में आम जनता तक उनके लाभ की योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी पहुंचाने के लिए प्रचार के विविध आधुनिक नवाचारों को अमल में लाया गया। खासकर मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना क्रियान्वयन, राजस्थान लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम,बाड़मेर जिले में जन समस्या निदान में वरदान साबित टांका निर्माण, उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम की रजत जयंती पर रचित उपभोक्ता जागृति गीताें आदि पर केन्दि्रत अलग-अलग सीडी जारी कर इनके माध्यम से व्यापक लोक चेतना जगायी गई।
आहत को राहत
जनसुनवाई व रात्रि चौपालाें में अशक्त, गरीब व जरूरतमंद लोगाें को जीविकोपार्जन के साधन मुहैया कराकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष प्रयास किये गये। इन लोगाें को स्वावलम्बी बनाने के लिए मानव धर्म ट्रस्ट व अन्य संस्थानों के सहयोग से सिलाई मशीनें, किराणें की दुकानों के काउन्टर, कियोस्क, टेलीफोन बूथ आदि मुहैया कराकर इनकी आर्थिक स्थिति में सम्बल प्रदान किया गया है। बाड़मेर जिला कलक्टर डॉ. वीणा प्रधान बताती हैं कि इन नवाचारों का लोेकमानस पर गहरा प्रभाव पड़ा है और आधुनिक विधाओं, श्रव्य-दृश्य माध्यमों ने सरकारी योजनाओंं की पहुंच गांव-ढांणियों तक सुनिश्चित की है।
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