परिजनों की गैर मौजूदगी में अंत्येष्टि,हंगामा
गंगानागर। राजस्थान में गंगानगर के सरकारी अस्पताल में एक मरीज की मौत का मामला गरमा गया है। गुरूवार को प्रभुनाथ सिंह नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। सिंह का शव अस्पताल परिसर में झाडियों से मिला था। रविवार को जिला प्रशासन और अस्पताल प्रशासन ने परिजनों की गैर मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
6 लोगों को किया गिरफ्तार
परिजनों को जब सिंह के अंतिम संस्कार की खबर मिली तो वे श्मशान घट पहुंचे। उन्होंने वहां हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने मृतक की पत्नी शीला,तीन बेटियों और दो अन्य को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
इससे पहले हनुमानगढ़ से बुलाए गए मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्ट मार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद अस्पताल और जिला प्रशासन ने परिजनों को नोटिस जारी कर शव ले जाने को कहा। परिजनों ने नोटिस पर हस्ताक्षकर कर शव को दोपहर 12 से 2 बजे के बीच ले जाने की बात कही लेकिन अस्पताल प्रशासन ने कहा कि तब तक शव सड़ जाएगा।
इस बीच प्रशासन ने परिजनों को दोबारा नोटिस जारी किया लेकिन उन्होंने शव लेने से मना कर दिया। प्रशासन को पता लगा कि परिजन शव को जयपुर ले जा सकते हैं इसलिए शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
यह है मामला
गुरूवार को प्रभुनाथ सिंह के नाम को एक व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजन सिंह को अस्पताल में अकेला छोड़कर चले गए। गुरूवार को सिंह का शव झाडियों में पड़ा मिला। अस्पताल प्रशासन ने जब परिजनों को सिंह की मौत की सूचना दी तो वे तुरंत अस्पताल पहुंचे। अस्पताल प्रशासन ने परिजनों से शव को ले जाने को कहा लेकिन उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए बाहर के मेडिकल बोर्ड से पोस्ट मार्टम कराने की मांग की।
सदर थानाधिकारी राजूलाल मीणा ने बताया कि मृतक की पत्नी सुशीला देवी व पुत्रियों को पोस्टमार्टम कराने के लिए अस्पताल बुलाया था।
अस्पताल स्टाफ ने मांगी सुरक्षा
जिला अस्पताल के चिकित्सक और नर्सिग स्टाफ शुक्रवार शाम अतिरिक्त जिला कलक्टर अशोक यादव से मिले और अस्पताल के स्टाफ को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की। चिकित्सकों और नर्सिग कर्मियों ने एडीएम को अवगत कराया कि गुरूवार को एक चिकित्सक की कार का शीशा तोड़कर सामान चोरी कर लिया गया। आपातकालीन कक्ष में घुसकर कुछ लोगों ने चिकित्सक व स्टाफ से मारपीट की।
गंगानागर। राजस्थान में गंगानगर के सरकारी अस्पताल में एक मरीज की मौत का मामला गरमा गया है। गुरूवार को प्रभुनाथ सिंह नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। सिंह का शव अस्पताल परिसर में झाडियों से मिला था। रविवार को जिला प्रशासन और अस्पताल प्रशासन ने परिजनों की गैर मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
6 लोगों को किया गिरफ्तार
परिजनों को जब सिंह के अंतिम संस्कार की खबर मिली तो वे श्मशान घट पहुंचे। उन्होंने वहां हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने मृतक की पत्नी शीला,तीन बेटियों और दो अन्य को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
इससे पहले हनुमानगढ़ से बुलाए गए मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्ट मार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद अस्पताल और जिला प्रशासन ने परिजनों को नोटिस जारी कर शव ले जाने को कहा। परिजनों ने नोटिस पर हस्ताक्षकर कर शव को दोपहर 12 से 2 बजे के बीच ले जाने की बात कही लेकिन अस्पताल प्रशासन ने कहा कि तब तक शव सड़ जाएगा।
इस बीच प्रशासन ने परिजनों को दोबारा नोटिस जारी किया लेकिन उन्होंने शव लेने से मना कर दिया। प्रशासन को पता लगा कि परिजन शव को जयपुर ले जा सकते हैं इसलिए शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
यह है मामला
गुरूवार को प्रभुनाथ सिंह के नाम को एक व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिजन सिंह को अस्पताल में अकेला छोड़कर चले गए। गुरूवार को सिंह का शव झाडियों में पड़ा मिला। अस्पताल प्रशासन ने जब परिजनों को सिंह की मौत की सूचना दी तो वे तुरंत अस्पताल पहुंचे। अस्पताल प्रशासन ने परिजनों से शव को ले जाने को कहा लेकिन उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए बाहर के मेडिकल बोर्ड से पोस्ट मार्टम कराने की मांग की।
सदर थानाधिकारी राजूलाल मीणा ने बताया कि मृतक की पत्नी सुशीला देवी व पुत्रियों को पोस्टमार्टम कराने के लिए अस्पताल बुलाया था।
अस्पताल स्टाफ ने मांगी सुरक्षा
जिला अस्पताल के चिकित्सक और नर्सिग स्टाफ शुक्रवार शाम अतिरिक्त जिला कलक्टर अशोक यादव से मिले और अस्पताल के स्टाफ को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की। चिकित्सकों और नर्सिग कर्मियों ने एडीएम को अवगत कराया कि गुरूवार को एक चिकित्सक की कार का शीशा तोड़कर सामान चोरी कर लिया गया। आपातकालीन कक्ष में घुसकर कुछ लोगों ने चिकित्सक व स्टाफ से मारपीट की।
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