इस्लामाबाद. भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में नया मुकाम आया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने कहा है कि पाकिस्तानी जेलों में बंद सभी भारतीय मछुआरों को तत्काल प्रभाव से रिहा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के संबंध सामान्य होने की बहुत संभावनाएं हैं। इस्लामाबाद में भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की साझा प्रेस कांफ्रेंस के दौरान खार ने कहा, 'हम पुरानी बातों को छोड़कर आगे बढ़ना चाहते हैं। हमें इतिहास से सीखना जरूर चाहिए लेकिन इसका गुलाम नहीं बनना चाहिए।' उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी दिसंबर तक दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते सामान्य हो जाएंगे।
भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को सरल वीजा समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं। दोनों देशों के बीच सांस्कृति आदान-प्रदान के लिए एक एमओयू पर भी दस्तखत हुए हैं। नए वीजा करार के बारे में खार ने कहा कि दोनों देशों के बीच आने-जाने से जुड़ी पाबंदियों में ढिलाई देने की दिशा में यह पहला कदम है।
इससे पहले भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा की खार से यहां वीजा मुद्दे पर बातचीत हुई। पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने ऐलान किया है कि पाकिस्तानी जेलों में बंद सभी भारतीय मछुआरों को तत्काल प्रभाव से रिहा करने के आदेश दिए गए हैं। मलिक ने इस करार को 'बेहद अहम कदम' करार दिया है। उन्होंने कहा कि समुद्री रास्ते से आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच और सहयोग की जरूरत है।
वीजा समझौते में पहली बार ग्रुप टूरिस्ट वीजा को भी मंजूरी दी जा सकती है, जिसमें एक साथ 10 से 50 लोगों को वीजा दिया जा सकेगा। दोनों देशों ने करीब आठ तरह के वीजा को सरल बनाने के लिए यह समझौता किया है। इनमें टूरिस्ट, डिप्लोमेटिक, नॉन डिप्लोमेटिक, मीडिया और बिजनेस संबंधी वीजा शामिल हैं। टूरिस्ट वीजा में जगह का नाम भरने पर भी विचार हो रहा है।
इससे पूर्व शुक्रवार को भारतीय विदेश सचिव रंजन मथाई और पाकिस्तानी विदेश सचिव जलील अब्बास जिलानी ने करीब दो घंटे बातचीत की। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही। इससे समझौते की उम्मीद जगी है। जिलानी ने कहा, ‘हमने विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली वार्ता के मसौदों पर चर्चा की। चर्चा अच्छे माहौल में हुई।’
भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को सरल वीजा समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं। दोनों देशों के बीच सांस्कृति आदान-प्रदान के लिए एक एमओयू पर भी दस्तखत हुए हैं। नए वीजा करार के बारे में खार ने कहा कि दोनों देशों के बीच आने-जाने से जुड़ी पाबंदियों में ढिलाई देने की दिशा में यह पहला कदम है।
इससे पहले भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा की खार से यहां वीजा मुद्दे पर बातचीत हुई। पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने ऐलान किया है कि पाकिस्तानी जेलों में बंद सभी भारतीय मछुआरों को तत्काल प्रभाव से रिहा करने के आदेश दिए गए हैं। मलिक ने इस करार को 'बेहद अहम कदम' करार दिया है। उन्होंने कहा कि समुद्री रास्ते से आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच और सहयोग की जरूरत है।
वीजा समझौते में पहली बार ग्रुप टूरिस्ट वीजा को भी मंजूरी दी जा सकती है, जिसमें एक साथ 10 से 50 लोगों को वीजा दिया जा सकेगा। दोनों देशों ने करीब आठ तरह के वीजा को सरल बनाने के लिए यह समझौता किया है। इनमें टूरिस्ट, डिप्लोमेटिक, नॉन डिप्लोमेटिक, मीडिया और बिजनेस संबंधी वीजा शामिल हैं। टूरिस्ट वीजा में जगह का नाम भरने पर भी विचार हो रहा है।
इससे पूर्व शुक्रवार को भारतीय विदेश सचिव रंजन मथाई और पाकिस्तानी विदेश सचिव जलील अब्बास जिलानी ने करीब दो घंटे बातचीत की। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही। इससे समझौते की उम्मीद जगी है। जिलानी ने कहा, ‘हमने विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली वार्ता के मसौदों पर चर्चा की। चर्चा अच्छे माहौल में हुई।’
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