कसाब को जिंदा रखने पर 26 करोड़ खर्च
मुंबई। मुंबई हमले के दोषी आमिर अजमल कसाब को जिंदा रखने के लिए 26 करोड़ 55 लाख रूपए खर्च किए गए हैं। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस महाराष्ट्र सरकार को 26 करोड़ 55 लाख रूपए का बिल थमाने वाली है। यह खर्च कसाब की सुरक्षा में लगाए गए 250 कमाण्डो पर हुआ है। आईटीबीपी के सूत्रों ने बताया कि कसाब की सुरक्षा पर 31 अगस्त तक 26 करोड़ 55 लाख रूपए खर्च हुए हैं। यह बिल जल्द ही महाराष्ट्र सरकार को सौंप दिया जाएगा।
कसाब इस वक्त मुंबई की आर्थर रोड जेल में कैद है। जेल की सुरक्षा में 2009 से आईटीबीपी की दो कंपनियां लगी हुई है। ये कंपनियां महाराष्ट्र सरकार के अनुरोध पर तैनात की गई थी। महाराष्ट्र सरकार का मानना था कि कसाब की जान को खतरा है। कसाब के लिए जो बम प्रूफ सेल बनाई गई है उस पर 5 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। जेल परिसर में कसाब की सेल से जुड़ी 20 फीट की एक टनल बनाई गई थी। यह टनल बम और बूलेट प्रूफ है।
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि कसाब की सुरक्षा में तैनात आईटीबीपी के 252 जवानों पर हर महीने 77 लाख रूपए खर्च हो रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार ने यह खर्चा देने से मना कर दिया है। महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि कसाब केन्द्र सरकार की जिम्मेदारी है उसकी नहीं। हालांकि महाराष्ट्र सरकार की ओर से अभी तक आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया गया है कि कसाब की सुरक्षा पर खर्च हुए पैसे का भुगतान क्यों नहीं किया जा रहा है? गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार से पैसे का भुगतान करने को कहा है। आईटीबीपी से महाराष्ट्र पुलिस मुख्यालय के समक्ष इस मुद्दे को उठाने को कहा गया है।
मुंबई। मुंबई हमले के दोषी आमिर अजमल कसाब को जिंदा रखने के लिए 26 करोड़ 55 लाख रूपए खर्च किए गए हैं। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस महाराष्ट्र सरकार को 26 करोड़ 55 लाख रूपए का बिल थमाने वाली है। यह खर्च कसाब की सुरक्षा में लगाए गए 250 कमाण्डो पर हुआ है। आईटीबीपी के सूत्रों ने बताया कि कसाब की सुरक्षा पर 31 अगस्त तक 26 करोड़ 55 लाख रूपए खर्च हुए हैं। यह बिल जल्द ही महाराष्ट्र सरकार को सौंप दिया जाएगा।
कसाब इस वक्त मुंबई की आर्थर रोड जेल में कैद है। जेल की सुरक्षा में 2009 से आईटीबीपी की दो कंपनियां लगी हुई है। ये कंपनियां महाराष्ट्र सरकार के अनुरोध पर तैनात की गई थी। महाराष्ट्र सरकार का मानना था कि कसाब की जान को खतरा है। कसाब के लिए जो बम प्रूफ सेल बनाई गई है उस पर 5 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। जेल परिसर में कसाब की सेल से जुड़ी 20 फीट की एक टनल बनाई गई थी। यह टनल बम और बूलेट प्रूफ है।
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि कसाब की सुरक्षा में तैनात आईटीबीपी के 252 जवानों पर हर महीने 77 लाख रूपए खर्च हो रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार ने यह खर्चा देने से मना कर दिया है। महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि कसाब केन्द्र सरकार की जिम्मेदारी है उसकी नहीं। हालांकि महाराष्ट्र सरकार की ओर से अभी तक आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया गया है कि कसाब की सुरक्षा पर खर्च हुए पैसे का भुगतान क्यों नहीं किया जा रहा है? गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार से पैसे का भुगतान करने को कहा है। आईटीबीपी से महाराष्ट्र पुलिस मुख्यालय के समक्ष इस मुद्दे को उठाने को कहा गया है।
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