नई दिल्ली. क्या टीम अन्ना को चुनावी राजनीति में उतरना चाहिए? इस सवाल का जवाब उसने जनता से पूछा है। जंतर मंतर पर मंच से प्रशांत भूषण ने ऐलान किया कि इस बारे में जनता दो दिन में राय दे। अनशनस्थल पर जनता से हाथ उठा कर इस बारे में राय देने के लिए कहा गया।
टीम अन्ना के अनशन का आज नौवां दिन है। अन्ना समर्थकों को पुलिस कार्रवाई का डर था इसलिए उन्होंने जागते हुए पूरी रात काटी। पुणे में बुधवार शाम हुए बम धमाकों के बाद अनशन स्थल जंतर-मंतर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अन्ना हजारे ने कहा है कि जब तक मजबूत लोकपाल नहीं तब तक अनशन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अब सरकार से कोई बात नहीं होगी। चाहे प्रधानमंत्री ही क्यों न बुलाएं।
राजनीतिक दल बनाने के टीम अन्ना के संकेत आते ही विभिन्न पार्टियों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। कांग्रेस नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि अन्ना हजारे का आंदोलन राजनीतिक था। अन्ना हजारे को अब जनता को जवाब देना होगा कि उनका आंदोलन था कि अराजनैतिक था। सपा ने कहा है कि टीम अन्ना राजनीतिक पार्टी बनाए तो उनका स्वागत है। शिवसेना ने कहा है कि यह पहले से साफ था कि टीम अन्ना पार्टी बनाएगी।
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