अररिया, । बिहार के अररिया जिले के एक स्कूल में झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। लोग अपनी बच्चियों को स्कूल में कॅरियर संवारने के लिए भेजते हैं, लेकिन उन्हें वहां से देह व्यापार के दलदल में धकेला जा रहा है। पिछले सप्ताह पुलिस व बाल कल्याण समिति की टीम ने निरीक्षण में पाया कि कस्तूरबा गांधी विद्यालय सिमराहा से 31 लड़कियां गायब मिलीं। उनमें से कुछ 2007 में ही गायब हो गई थीं, जबकि कुछ पिछले कुछ महीनों में गायब हुई। एसपी शिवदीप लांडे ने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है। इसकी गहन जांच की जाएगी।
एसपी शिवदीप ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि एक संस्था द्वारा संचालित सिमराहा कस्तूरबा गांधी विद्यालय से 24 लड़कियां गायब हैं। उन्होंने एक जांच टीम गठित कर दी। जांच में पाया गया कि विद्यालय में नामांकित 50 बच्चियों में से सात पिछले कुछ महीनो से गायब हैं। एसपी ने बताया कि वर्ष 2007 में एक, वर्ष 09 में चार, 2010 में 12, वर्ष 2011 में चार तथा 2012 में एक लड़की गायब हुई हैं।
इससे पहले विगत फरवरी में फारबिसगंज रेड लाइट एरिया में 25 लड़कियां बरामद हुई थीं, जिनमें से दस इसी स्कूल की हैं। शिक्षा विभाग को इन लड़कियों के गायब होने की कोई जानकारी नहीं है। इन लड़कियों के गायब होने की खबर स्कूल की ओर से पुलिस को भी नहीं दी गई, इसलिए स्कूल संचालकों की भूमिका संदिग्ध है।
इस संबंध में स्वयंसेवी संस्था से जुड़े मनीष कुमार ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में प्रशासन को पूर्व में कई बार लिखित सूचना दी थी। पूर्व से गायब 24 लड़कियों को उनके अभिभावक घर ले जा चुके हैं, जबकि जिन सात लड़कियों के गायब होने की बात कही जा रही है वे गर्मी की छुट्टियों में अपने-अपने घर गई हुई हैं। डीएम ने जांच का आदेश दे दिया है।
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