संसद में फिक्सिंग? मंत्री ने डिप्टी चेयरमैन से की कानाफूसी
नई दिल्ली. राज्यसभा में मंगलवार को मनमोहन सरकार के एक मंत्री की डिप्टी चेयरमैन से कानाफूसी का मामला गरमाने लगा है। यह वाकया राज्यसभा टीवी के कैमरे में कैद हो गया है जिसमें संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला डिप्टी चेयरमैन के आसन पर जाते हैं और सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित करने की सलाह देते हैं। उनके कान में कहते हैं, 'कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दीजिए। इस पर डिप्टी चेयरमैन का जवाब सुनाई देता है, 'अच्छा'। फिर पीएम मनमोहन सिंह अपनी सीट से उठते हैं और डिप्टी चेयरमैन के आसन पर जाकर उनसे हाथ मिलाते हैं। सवाल उठने लगे हैं कि क्या एक कैबिनेट मंत्री डिप्टी चेयरमैन को ऐसी सलाह दे सकता है।
नहीं एक मंत्री उप सभापति को ऐसी सलाह नहीं दे सकता । यह सरासर फिक्सिंग है । देश की जनता को मूर्ख समझने की कोशिश कॉंग्रेस सरकार द्वारा की जा रही है । जो कि सरासर न केवल गलत है बल्कि अनैतिक भी है । ओह ये हमने क्या कह दिया अनैतिक । कॉंग्रेस को क्या पता अनैतिक क्या होता है । क्योंकि कॉंग्रेस जो काम करे वो नैतिक तथा दूसरे जो भी काम करें वो अनैतिक । जैसे यह खुद मुसलमानों को दूध मलाई खाए तो ये धर्म निरपेक्ष, यदि कोई दूसरा दल ऐसा करे तो वो साम्प्रदायिक । क्यों कि सोनिया अम्मा की डिक्शनरी में जो भी अर्थ किसी शब्द के लिए लिखा है वो काँग्रेस के सभी लोगों के लिए बाईबल । हॉं हॉं बाईबल । क्योंकि वो ही ईसायित का प्रचार प्रसार करती है । अत: राजीव शुक्ला ने जो कि हो सकता है वो शायद उनके लिए नैतिक हो । मगर यह शर्म का विषय है जिसे सारा देश देख रहा है.............
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