भागलपुर। बिहार के भागलपुर जिले के शिवनारायणपुर सहायक थाना क्षेत्र के रामपुर गांव से करीब आधा किमी दुर्गम इलाके स्थित संतमत सत्संग आश्रम में दो साध्वी बहनों के साथ गैंग रेप किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़िता साध्वी बहनों नीलीमा और नलिनी (काल्पनिक नाम) ने आश्रम के दो साधु सहित छह लोगों को नामजद व तीन अन्य के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया है। घटना के बाद क्षेत्र में स्थानीय लोगों में आरोपियों के खिलाफ भारी गुस्सा है। सभी आरोपी गिरफ्तारी के भय फरार हो गये हैं। पुलिस के वरीय अधिकारियों की देख-रेख में लड़की का मेडिकल जांच करने में जुटी हुई है।
कैसे दिया घटना को अंजाम
पीड़िता साध्वी बहनों ने मीडिया के समक्ष बताया कि आश्रम में दोनों बहनें अकेली रहती थीं। रविवार की शाम अंधेरा होने के पश्चात मुंह पर कपड़ा बांधे 9-10 लोग आश्रम में प्रवेश कर गए और दोनों के साथ जबरन करीब छह घंटे तक बारी-बारी से दुष्कर्म किया। निलीमा ने बताया कि इसमें आश्रम के दो साधु विवेकानंद और अज्ञानंद के अलावा घनश्याम मंडल, पंकज कुमार, प्रेम यादव और रत्ना पासवान थे। जबकि दो-तीन अन्य लोगों को नहीं पहचान पाई। दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद दुष्कर्मी बदहवास की हालत में छोड़ फरार हो गए।
क्या है घटना का कारण
पीड़िता के मुताबिक आश्रम से सटे आरोपी घनश्याम मंडल की जमीन है। वह आश्रम की जमीन को हड़पना चाहता है। आए दिन दोनों बहनों के उपर छिंटाकशी करता रहता था। इस बात को लेकर दोनों ने थानेदार से शिकायत की थी।
बोले थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष निर्मल कुमार ने बताया कि दोनों बहनों ने थाने पर आकर मौखिक रुप से तंग व परेशान करने की बात कही थी, लेकिन लिखित आवेदन नहीं दिया था। उन्होंने दोनों बहनों से कहा था कि आश्रम के साधु के हरिद्वार से लौटने तक अपने घर चले जाएं, लेकिन उन लोगों ने जाने से इंकार कर दिया था। बता दें कि पिछले दो-तीन महीने से आश्रम के स्वामी हरिद्वार की यात्रा पर हैं।
दो वर्ष पहले आई थीं आश्रम
संतमत सत्संग आश्रम में आश्रम के स्वामी राजेश्वरानंद ने दो वर्ष पूर्व मनिहारी (कटिहार) थाना क्षेत्र के बाघमारा गांव से दोनों बहनों को साध्वी बनाने के लिए लाया था और तब से आश्रम में रह कर सत्संग करती थीं। भक्तगण दिनभर आश्रम में रहने के बाद शाम अपने-अपने घर चले जाते थे।
बोलीं एसएसपी
पीड़ित बहनों की मेडिकल जांच कराई जा रही है। पुष्टी होने के बाद आरापियों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। स्पीडी केस चलवाकर आरोपियों को सजा दी जाएगी। केएस अनुपम, एसएसपी, भागलपुर
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