बिजली को लेकर सरकार गंभीर : डॉ. सिंह
बाड़मेर'राजस्थान के हर गांव-ढाणी में रहने वाली जनता को बिजली उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। राज्य बिजली क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के साथ ही वर्ष 2017 तक 25 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन होने लगेगा।' यह बात सोमवार को राज्य के ऊर्जा, पीएचईडी व सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. जितेंद्रसिंह ने इंटक के जिला अधिवेशन व प्रतिनिधि सम्मेलन में कही। उन्होंने उत्तर भारत में राजस्थान के गांवों में 90 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली मुहैया करने को सबसे सस्ता बताते हुए कहा बिजली उत्पादन के क्षेत्र में राज्य में शुरू किए गए कार्य का 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
राष्ट्रीय बिजली कर्मचारी संघ इंटक का वृत्त स्तरीय सम्मेलन सिणधरी रोड स्थित 132 केवी जीएसएस परिसर में सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुरू हुआ। कार्यक्रम में अतिथियों को इंटक के पदाधिकारियों ने माला व साफा पहना कर स्मृति चिह्न दिए। इस मौके ऊर्जा मंत्री ने प्रदेश में 6500 नई भर्तियों की घोषणा करते हुए कहा सरकार ने 32 वर्षों के बाद राज्य में 15 हजार टेक्निकल हेल्पर पदों पर भर्ती की है। डॉ. सिंह ने प्रदेश में मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा वितरण योजना, जननी शिशु सुरक्षा योजना, अन्न सुरक्षा योजना, लोक सेवा गारंटी अधिनियम जैसी योजनाओं को सीएम अशोक गहलोत की जनता को राहत देने वाली बताया।
कर्मचारियों में उत्साह:अधिवेशन में भाग लेने आए बाड़मेर-जैसलमेर वृत्त के बिजली कर्मचारियों में सुबह से ही उत्साह का माहौल रहा। अधिवेशन में इंटक के वृत्त महामंत्री जेठाराम शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। वहीं फेडरेशन के अध्यक्ष रमेश व्यास, कार्यकारी अध्यक्ष विद्यासागर, महामंत्री मोहन सिंह भाटी, महामंत्री मंडलदत्त जोशी, इंजीनियरिंग यूनियन के प्रतिनिधि उम्मेदाराम चौधरी ने श्रमिकों की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। डिस्कॉम के एमडी एके गुप्ता ने श्रमिकों की समस्याओं के निराकरण का भरोसा दिलाया। संचालन जसवंत सिंह मायला ने किया।
चौधरी अध्यक्ष, शर्मा महामंत्री: सम्मेलन के दूसरे सत्र में वृत्त स्तर के चुनाव आयोजित हुए। चुनाव अधिकारी विजय सागर शर्मा व रामावतार स्वामी के निर्देशन में निर्विरोध चुनाव संपन्न करवाए गए। इसमें पेमाराम चौधरी को अध्यक्ष, जेठाराम शर्मा को महामंत्री व प्रेम सेठिया को कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया।
ये थे उपस्थित
कार्यक्रम में जिला प्रमुख मदन कौर, विधायक मेवाराम जैन, पदमाराम मेघवाल, मदन प्रजापत, गिरल के एमडी उत्पादन जेसी देतवाल, जलदाय विभाग के मुख्य अभियंता भुवनेश माथुर, पूर्व एमडी बी डी मालू सहित प्रदेश भर से आये पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित थे।
रेलवे स्टेशन पर हुआ स्वागत
इससे पूर्व सुबह मालाणी एक्सप्रेस से आए डॉ. सिंह का रेलवे स्टेशन पर विधायक मेवाराम जैन के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं से स्वागत किया। इस मौके नजीर मोहम्मद, गोरधन सिंह राठौड़, दमाराम माली, चैनसिंह भाटी, मूलाराम मेघवाल, आलोक सिंहल, भूरा राम भील सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
कई संगठनों ने सौंपे ज्ञापन
जोधपुर विद्युत वितरण निगम श्रमिक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाध्यक्ष निंबाराम पंवार के नेतृत्व में विभिन्न श्रमिक समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा। भारतीय मजदूर संघ के कार्यालय मंत्री जितेन्द्र छंगाणी ने बताया कि बिजली भत्ता बढ़ाने, कर्मचारियों का स्थाई सेवा शुल्क समाप्त करने सहित कई मांगों को लेकर ज्ञापन सौंप समाधान की मांग की। इस दौरान कार्यकारी अध्यक्ष उम्मेदाराम गौड़, कुशलाराम डऊकिया, हिंदुसिंह राजपुरोहित, रतनसिंह, हिंदुसिंह गोयल, बंशीधर पंवार, जनक गहलोत सहित कई कार्मिक उपस्थित थे। इसी तरह रणवीरसिंह भादू ने बारिश नहीं होने के चलते किसानों को दस घंटा बिजली आपूर्ति देने की मांग की। अस्थाई विद्युत कर्मचारी संघ, सिवाना के सदस्यों ने अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। वहीं पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान से जुड़े अभियंताओं ने भी अपनी समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा। जिला भील विकास समिति के अध्यक्ष भूरा राम भील ने एससी की तरह एसटी के किसानों को भी बिजली कनेक्शन की मांग की।
राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिए प्रयास
इसी तरह, राजस्थानी भाषा मान्यता को लेकर संघर्ष समिति की ओर से ी जितेंद्रसिंह को ज्ञापन सौंपा गया। संभाग उप पाटवी चंदनसिंह भाटी के नेतृत्व में जिला पाटवी रिड़मलसिंह दांता, अशोक सारला सहित कई कार्यकर्ताओं ने भाषा को संवैधानिक मान्यता व आरटेट में शामिल करने को लेकर सरकारी प्रयास करने की मांग की।
इंटक के जिला अधिवेशन में ऊर्जा मंत्री ने श्रमिकों की समस्याओं के समाधान का दिलाया भरोसा, 6500 नई भर्तियों की घोषणा
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