बुधवार, 20 जून 2012

मोकला में नवजात बच्ची की संदिग्ध मौत


मोकला में नवजात बच्ची की संदिग्ध मौत


जैसलमेरजिले के मोकला गांव में सोमवार को नवजात बच्ची की संदिग्ध मौत का मामला सामने आने पर हड़कंप मच गया। गौरतलब है कि जिले में पिछले दो सप्ताह में यह तीसरा मामला सामने आया है। सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस व चिकित्सा विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और लोगों से पूछताछ की।

पिछले मामलों को देखते हुए इस बार दफनाए हुए शव को बाहर निकालने व नवजात बच्ची के बिसरा जांच के लिए भिजवाने के कयास लगाए जा रहे थे। सोमवार देर शाम तक प्रशासन व पुलिस की टीम जांच करती रही। लेकिन मोकला के ग्रामीणों ने जांच करने पहुंची टीम को बताया कि गांव में ऐसी परंपरा है कि छह माह से छोटी उम्र के बच्चे की मौत हो जाने पर न तो उसे दफनाया जाता है और न ही उसे जलाया जाता है। शव को तिलक लगाकर जंगल में रख दिया जाता है। प्रशासन सकते में

प्रशासन को मोकला के ग्रामीणों तरफ से बताई गई परंपरा अजीब लग रही है। जानकारों के मुताबिक जैसलमेर में ऐसी परंपरा पहले सुनने को नहीं मिली थी। अब प्रशासन को जब नवजात बच्ची का शव ही नहीं मिला तो मामले की जांच कैसे होगी। हालांकि अभी तक इस संबंध में प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार का मुकदमा दर्ज नहीं करवाया गया है। प्रशासन इस मामले के संबंध में गंभीर नजर आ रहा है।

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