परिचायिकाओ को रिलीव ना करने पर सामूहिक आत्महत्या
का प्रयास .रेल के आगे लेट गयी
देखिये तस्वीरे
बाड़मेर के बाड़मेर में सोमवार दोपहर को रेलवे ट्रेक पर करीब पच्चीस परिचायिकाए जिसमे में से कुछ तो अपने एक - दो साल के बच्चे के साथ ट्रेक पर आत्म हत्या करने के लिए आकर बेठ गई रेलवे पुलिस के लाख चाहने पर भी यह नहीं उठी तब प्रशाशन को मजबूर होकर ट्रेन को रुकवाना पड़ा फिर इनको जबरदस्ती पुलिस और प्रशाशन ने इनको हटाया देखते ही देखते आस - पास भीड़ इकठी हो गई यह परिचायिकाए सरकार द्वारा उनका तबादला करने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा उन्हें रिलीव ना करने पर यह कदम सामूहिक रूप से उठाया .एक बरगी इन परिचायिकाओ के ट्रेन की पटरियों पर लेट जाने पात्र प्रशासन सक्लते में आ गया . परिचायिकाओ के सामूहिक आत्म हत्या करने काड्रामा करीब एक घटे तक चलता रहा इन सभी परिचायिकाओ को प्रशाशन द्वारा रिलीव न करने की वजह से पिछले कई दिनों से प्रेशाशन है
कुछ दिन पहले ही राजस्थान में चिकित्सा महकमे में हजारो ऐएनएमके तबादले किए गए थे ऐसी कड़ी में ही बाड़मेर से चौरासी ऐएनएम के तबादले पिछले महीने की इकतीस तारीख को किए गए थे यह सभी एनएम पिछले कई दिनों से रिलीव होने के लिए चिकित्सा विभाग और जिले कलेक्टर के चकर काट रही है लेकिन प्रशाशन इनको रिलीव नहीं कर रहा रहा है इसी बात से तंग आकर आखिर आज इनमेसे सभी ऐएनएम ने चिकित्सा विभाग को अर्जी दी कि आप रिलीव नहीं कर रहे इस लिए हम आत्म हत्या करने के लिए रेलव ट्रक जा रही है और से शरू हो जाता है आत्म हत्या करने का हाई - प्रोफाइल ड्रामा 25 एनएम ट्रेन आने से दस मिनट पहले ट्रेक पर आकर बेठ जाती है रेलवे पुलिस भी सुचना मिलते ही मोके पहुचकर इनको समझा टी ही लेकिन यह पटरियों पर डटी रहती है और पटरियों से हटने का नाम तक नहीं लेती है देखते ही देखते आस - पास सकडो लोग जमा हो जाते है फिर जब ट्रेन इनसे चंद कदम दुरी पर आती है तो भी यह हटने को तयार नहीं होती है आखिर फिर प्रशाशन को उस रेल को कुछ ही दुरी पर रोकना पड़ता है फिर प्रशाशन और पुलिस इन 25 एनएम को समझाकर और जबरदस्ती इन्हें ट्रेक से हटा थे है और ट्रेन को फिर से रवाना किया जाता है उसके बाद भी हाई - प्रोफाइल ड्रामा चलता रहता है प्रशाशन के अधिकारी इन्हें जिला कलेक्टर ऑफिस चलने के लिए कहते है लेकिन यह ट्रेक के पास से हटने को तयार नहीं होती है करीब 1 घटने के बाद पुलिस इनको अपने साथ जिला कलेक्टर ऑफिस पैदल ले जाती है एनएम के अनुसार हमें प्रशाशन तबादला होने के बाद भी रिलीव नहीं कर रहा है इसलिए हमने तंग आकर आज ट्रेक पर जाकर आत्म हत्या करने का कदम उठाया है अब प्रशाशन ने हमें ट्रेक से हटा कर यह केर आया है अगर हमे रिलीव नहीं किया तो फिर हम कोई बड़ा कदम उठागे
वही इस पुरे मामले में बाड़मेर के उपखंड अधिकारी सी आर देवासी का कहना है कि हमें सुचना मिली की कुछ एनएम ट्रेक पर बेठ गई है वह वहा से हट नहीं रही है इस पर हमने पहले तो एनएम को हटाने की कोशिशि की लेकिन ट्रेन कुछ दुरी पर ही आ गई थी तो भी यह हट नहीं रही थी तो हमने ट्रेन को कुछ ही दुरी पर रुकवाया और इनको हटाया इस दोहरान करीब ट्रेन 5 मिनट तक खड़ी रही .... उपखंड अधिकारी सी आर देवासी के अनुसार. कोई भी इंसान पटरियों पर क्यों बेठता है यह तो सभी जानते है हमने इनको रिलीव करने के लिए सरकार स्थर पर हमारी बातचीत चल रही है जल्द ही इन्हें रिलीव कर दिया जाएगा
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बाड़मेर के बाड़मेर में सोमवार दोपहर को रेलवे ट्रेक पर करीब पच्चीस परिचायिकाए जिसमे में से कुछ तो अपने एक - दो साल के बच्चे के साथ ट्रेक पर आत्म हत्या करने के लिए आकर बेठ गई रेलवे पुलिस के लाख चाहने पर भी यह नहीं उठी तब प्रशाशन को मजबूर होकर ट्रेन को रुकवाना पड़ा फिर इनको जबरदस्ती पुलिस और प्रशाशन ने इनको हटाया देखते ही देखते आस - पास भीड़ इकठी हो गई यह परिचायिकाए सरकार द्वारा उनका तबादला करने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा उन्हें रिलीव ना करने पर यह कदम सामूहिक रूप से उठाया .एक बरगी इन परिचायिकाओ के ट्रेन की पटरियों पर लेट जाने पात्र प्रशासन सक्लते में आ गया . परिचायिकाओ के सामूहिक आत्म हत्या करने काड्रामा करीब एक घटे तक चलता रहा इन सभी परिचायिकाओ को प्रशाशन द्वारा रिलीव न करने की वजह से पिछले कई दिनों से प्रेशाशन है
कुछ दिन पहले ही राजस्थान में चिकित्सा महकमे में हजारो ऐएनएमके तबादले किए गए थे ऐसी कड़ी में ही बाड़मेर से चौरासी ऐएनएम के तबादले पिछले महीने की इकतीस तारीख को किए गए थे यह सभी एनएम पिछले कई दिनों से रिलीव होने के लिए चिकित्सा विभाग और जिले कलेक्टर के चकर काट रही है लेकिन प्रशाशन इनको रिलीव नहीं कर रहा रहा है इसी बात से तंग आकर आखिर आज इनमेसे सभी ऐएनएम ने चिकित्सा विभाग को अर्जी दी कि आप रिलीव नहीं कर रहे इस लिए हम आत्म हत्या करने के लिए रेलव ट्रक जा रही है और से शरू हो जाता है आत्म हत्या करने का हाई - प्रोफाइल ड्रामा 25 एनएम ट्रेन आने से दस मिनट पहले ट्रेक पर आकर बेठ जाती है रेलवे पुलिस भी सुचना मिलते ही मोके पहुचकर इनको समझा टी ही लेकिन यह पटरियों पर डटी रहती है और पटरियों से हटने का नाम तक नहीं लेती है देखते ही देखते आस - पास सकडो लोग जमा हो जाते है फिर जब ट्रेन इनसे चंद कदम दुरी पर आती है तो भी यह हटने को तयार नहीं होती है आखिर फिर प्रशाशन को उस रेल को कुछ ही दुरी पर रोकना पड़ता है फिर प्रशाशन और पुलिस इन 25 एनएम को समझाकर और जबरदस्ती इन्हें ट्रेक से हटा थे है और ट्रेन को फिर से रवाना किया जाता है उसके बाद भी हाई - प्रोफाइल ड्रामा चलता रहता है प्रशाशन के अधिकारी इन्हें जिला कलेक्टर ऑफिस चलने के लिए कहते है लेकिन यह ट्रेक के पास से हटने को तयार नहीं होती है करीब 1 घटने के बाद पुलिस इनको अपने साथ जिला कलेक्टर ऑफिस पैदल ले जाती है एनएम के अनुसार हमें प्रशाशन तबादला होने के बाद भी रिलीव नहीं कर रहा है इसलिए हमने तंग आकर आज ट्रेक पर जाकर आत्म हत्या करने का कदम उठाया है अब प्रशाशन ने हमें ट्रेक से हटा कर यह केर आया है अगर हमे रिलीव नहीं किया तो फिर हम कोई बड़ा कदम उठागे
वही इस पुरे मामले में बाड़मेर के उपखंड अधिकारी सी आर देवासी का कहना है कि हमें सुचना मिली की कुछ एनएम ट्रेक पर बेठ गई है वह वहा से हट नहीं रही है इस पर हमने पहले तो एनएम को हटाने की कोशिशि की लेकिन ट्रेन कुछ दुरी पर ही आ गई थी तो भी यह हट नहीं रही थी तो हमने ट्रेन को कुछ ही दुरी पर रुकवाया और इनको हटाया इस दोहरान करीब ट्रेन 5 मिनट तक खड़ी रही .... उपखंड अधिकारी सी आर देवासी के अनुसार. कोई भी इंसान पटरियों पर क्यों बेठता है यह तो सभी जानते है हमने इनको रिलीव करने के लिए सरकार स्थर पर हमारी बातचीत चल रही है जल्द ही इन्हें रिलीव कर दिया जाएगा
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