मारवाड़ में मानसून एक माह बाद
जोधपुर। मारवाड़ में मानसून की बरखा के लिए अभी एक महीने इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि इस दौरान बीच-बीच में पश्चिमी राजस्थान मानसून पूर्व की बरखा से भीगता रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, केरल में मानसून की दस्तक के साथ ही हवा में नमी की मात्रा बढ़ गई है। ऎसे में अब जोधपुर का पारा भी नियंत्रित रहेगा। मारवाड़ में 10 से 15 जुलाई के आसपास मानसून दस्तक देगा।
मौसमी परिस्थितियों को देखते हुए इस महीने प्री मानसून बारिश की प्रबल संभावना है। गौरतलब है कि बीसवीं सदी में केवल आठ साल ही ऎसे गुजरे, जिसमें जून में बादल नहीं बरसे। बाकी 92 सालों में मानसून पूर्व की बौछारें पड़ी हैं। वर्ष 1917 में तो प्री मानसून बारिश से रिकार्ड तोड़ 183.1 मिलीमीटर पानी बरसा। सूर्यनगरी में बीसवीं सदी में केवल आठ साल ही सूखे गुजरे हैं। वर्ष 1903, 1919, 1921, 1947, 1968, 1985, 1990 और 1992 के जून महीने में बूंदाबांदी तक नहीं हुई।गर्मी ज्यादा नहीं सताएगीमौसम वैज्ञानिकों की बात मानें तो अब मारवाड़ का अधिकतम तापमान 42-43 डिग्री से ज्यादा नहीं होगा। अब तक अधिकतम पारा 46 डिग्री के आसपास पहुंच गया था, लेकिन अब हवा में नमी इसको नियंत्रित रखेगी। गौरतलब है कि जोधपुर में पिछले साल 7 जून को 47.8 डिग्री के साथ रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ी थी। तुलनात्मक रूप से इस बार थोड़ी राहत है। पिछले साल 9 जुलाई को पहली मानसूनी बारिश हुई थी।
औसत से ज्यादा बारिश की आस
वर्तमान मौसती तंत्र में यदि कोई गड़बड़ी नहीं होती है तो इस बार मारवाड़ में औसत से ज्यादा बारिश की उम्मीद की जा सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अलावा मारवाड़ में जमाना जानने की परम्परा "धणी" ने भी अच्छे जमाने के संकेत दिए थे।
अनुकूल मौसमी तंत्र
वर्तमान मौसमी परिस्थितियों के लिहाज से जोधपुर में 10 से 15 जुलाई के आसपास मानसून पहुंचने की संभावना है। केरल में दस्तक के बाद हवा में बढ़ी नमी के कारण पारा भी अब कंट्रोल में रहेगा। वहीं मानसून पूर्व की बारिश के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं।
- एस.सी. पुरोहित, मौसम वैज्ञानिक एवं प्रभारी, मौसम विभाग जोधपुर
जोधपुर। मारवाड़ में मानसून की बरखा के लिए अभी एक महीने इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि इस दौरान बीच-बीच में पश्चिमी राजस्थान मानसून पूर्व की बरखा से भीगता रहेगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, केरल में मानसून की दस्तक के साथ ही हवा में नमी की मात्रा बढ़ गई है। ऎसे में अब जोधपुर का पारा भी नियंत्रित रहेगा। मारवाड़ में 10 से 15 जुलाई के आसपास मानसून दस्तक देगा।
मौसमी परिस्थितियों को देखते हुए इस महीने प्री मानसून बारिश की प्रबल संभावना है। गौरतलब है कि बीसवीं सदी में केवल आठ साल ही ऎसे गुजरे, जिसमें जून में बादल नहीं बरसे। बाकी 92 सालों में मानसून पूर्व की बौछारें पड़ी हैं। वर्ष 1917 में तो प्री मानसून बारिश से रिकार्ड तोड़ 183.1 मिलीमीटर पानी बरसा। सूर्यनगरी में बीसवीं सदी में केवल आठ साल ही सूखे गुजरे हैं। वर्ष 1903, 1919, 1921, 1947, 1968, 1985, 1990 और 1992 के जून महीने में बूंदाबांदी तक नहीं हुई।गर्मी ज्यादा नहीं सताएगीमौसम वैज्ञानिकों की बात मानें तो अब मारवाड़ का अधिकतम तापमान 42-43 डिग्री से ज्यादा नहीं होगा। अब तक अधिकतम पारा 46 डिग्री के आसपास पहुंच गया था, लेकिन अब हवा में नमी इसको नियंत्रित रखेगी। गौरतलब है कि जोधपुर में पिछले साल 7 जून को 47.8 डिग्री के साथ रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ी थी। तुलनात्मक रूप से इस बार थोड़ी राहत है। पिछले साल 9 जुलाई को पहली मानसूनी बारिश हुई थी।
औसत से ज्यादा बारिश की आस
वर्तमान मौसती तंत्र में यदि कोई गड़बड़ी नहीं होती है तो इस बार मारवाड़ में औसत से ज्यादा बारिश की उम्मीद की जा सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अलावा मारवाड़ में जमाना जानने की परम्परा "धणी" ने भी अच्छे जमाने के संकेत दिए थे।
अनुकूल मौसमी तंत्र
वर्तमान मौसमी परिस्थितियों के लिहाज से जोधपुर में 10 से 15 जुलाई के आसपास मानसून पहुंचने की संभावना है। केरल में दस्तक के बाद हवा में बढ़ी नमी के कारण पारा भी अब कंट्रोल में रहेगा। वहीं मानसून पूर्व की बारिश के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं।
- एस.सी. पुरोहित, मौसम वैज्ञानिक एवं प्रभारी, मौसम विभाग जोधपुर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें