शुक्रवार, 22 जून 2012

टूरिज्म को लगे पंख, किराड़ू में बनेगी आर्ट गैलेरी

टूरिज्म को लगे पंख, किराड़ू में बनेगी आर्ट गैलेरी

बाड़मेर पर्यटन को लेकर बाड़मेर में विपुल संभावनाएं होने के बावजूद अब तक इस क्षेत्र में कोई ठोस योजना अमली जामा नहीं पहन सकी है। कुछ माह पहले भारतीय पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ललित के पंवार ने बाड़मेर में पर्यटन के विकास को लेकर प्रशासन व जन प्रतिनिधियों को योजना बनाने की बात कही थी। गुरूवार को कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में जिला पर्यटन विकास समिति की बैठक में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई निर्णय लिए गए। उन्होंने जिले के पर्यटन स्थलों का विकास कर इन्हें मूलभूत सुविधाओं से जोडऩे को कहा, ताकि जिले में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने पर्यटन समिति में दो सदस्यों के मनोनयन के लिए प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजने के निर्देश दिए। डॉ.प्रधान ने किराड़ू, महाबार के रेतीले टीबे तथा हस्तशिल्प का पर्यटन स्थल के रूप में विकास किया जा सकता है। इसके लिए संभावनाएं तलाश करने के लिए पर्यटन विभाग को एक प्रोजेक्ट बनाने को कहा। बनेगी आर्ट गैलेरी-अब से पहले किराड़ू मंदिर उपेक्षित अवस्था में रहा है। ऐतिहासिक पाषाण कला के कई पत्थर संरक्षण के अभाव में क्षतिग्रस्त होने के साथ उनका अस्तित्व खत्म होने के कगार पर पहुंच चुका था। कलेक्टर डॉ.वीणा प्रधान ने बैठक में निर्णय लेते हुए कहा कि 12वीं शताब्दी के ऐतिहासिक महत्व के किराड़ू में एक आर्ट गैलेरी का निर्माण किया जाएगा, जिसमें वहां से मिली ऐतिहासिक महत्व की मूर्तियों तथा अन्य सामग्री को प्रदर्शित किया जाएगा ताकि किराड़ू जाने वाले पर्यटक वहां की प्राचीन कला एवं संस्कृति से रूबरू हो सकें।

कलेक्टर ने आर्ट गैलेरी के निर्माण के प्रस्ताव में सभी जरूरी प्रावधानों को शामिल करने के निर्देश दिए। साथ ही जिले के पर्यटन स्थलों का व्यापक प्रचार -प्रसार करने के निर्देश दिए ताकि जैसलमेर आने वाले पर्यटक बाड़मेर की तरफ आकर्षित हो सकें। उन्होंने किराड़ू में खाली जगह को विकसित करने तथा वहां पर हरियाली, दूब एवं गार्डन विकसित करने के निर्देश दिए।

टूरिज्म साइट डवलप करने के निर्देश: कलेक्टर ने बाड़मेर में तीन-चार पर्यटन स्थलों का विकास करने की योजना बनाने को कहा ताकि पर्यटक यहां तीन-चार दिन का पैकेज बनाकर ठहराव कर सके। इसके लिए उन्होंने महाबार, शिल्पग्राम तथा किराड़ू के अलावा एक दो अन्य टूरिज्म साइटें विकसित करने को कहा। साथ ही बाड़मेर जिले के पर्यटन स्थलों के व्यापक प्रचार प्रसार के भी निर्देश दिए।

अमेजिंग वाटर पार्क बने तो चार चांद लगे

महाबार के धोरों के बीच जोधपुर,उदयपुर व जयपुर तथा अजमेर की तर्ज पर अमेजिंग वाटर पार्क बनने से टूरिज्म में एक नए इतिहास का सूत्रपात होगा। चारों ओर रेत के ऊंचे टीबों के बीच बने वाटर पार्क में सैलानी एक नए अनुभव का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा इसी क्षेत्र में सिटी पार्क व फूड कोर्ट का निर्माण होने से लोकल फेमिली के साथ-साथ डिफेंस पर्सन व तेल कंपनियों की फेमिली भी इस थीम का आनंद ले सकती है।

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