रेल नहीं लगी तो मुश्किल!
बाड़मेर। सीमावर्ती बाड़मेर जिले में यह पहली मर्तबा है कि किसी परीक्षा को लेकर अतिरिक्त रेल चलाने की नौबत आ रही है। परीक्षार्थी इतने अधिक हो गए है कि प्रशासन को विश्वास हो गया है कि कितनी भी बसें लगा लें पार पड़ना मुश्किल है। ऎसे में रेलवे से अतिरिक्त रेल की मांग की गई है। इधर रेलवे ने यह कहते हुए इंकार कर दिया है कि प्रशासन ने हमें बताने में देरी कर दी।
प्रदेश में इस बार तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में सर्वाधिक आवेदन बाड़मेर जिले में है। 1 लाख 11 हजार 599 आवेदकों ने बाड़मेर केन्द्र मांगा है। इतने परीक्षार्थियों के लिए इंतजाम करना बड़ा प्रश्न बना हुआ है। जिला प्रशासन ने इसके लिए 176 परीक्षा केन्द्र बना लिए है। जिला मुख्यालय और नगरपालिका क्षेत्र को छोड़ छोटे कस्बों और गांवों में भी परीक्षा केन्द्र है। केन्द्र तो हो गए है लेकिन यहां परीक्षार्थियों का पहुंचना और परीक्षा से पहले और बाद में किसी तरह का हुड़दंग नहीं हों इसके लिए व्यवस्था करना मुश्किल है। इसको लेकर तमाम जतन किए जा रहे है।
रेल मांगी
जिला प्रशासन की ओर से 2 जून की परीक्षा के मद्देनजर रेलवे से मांग की गई है कि इस दिन बाड़मेर जोधपुर के दरम्यान अतिरिक्त रेल चलाई जाए जो परीक्षा समय के पूर्व आए और बाद में जाए। इस रेल में परीक्षार्थी बड़ी संख्या में होने से अन्य यात्रियों को भी परेशानी नहीं होगी और परिवहन को लेकर बड़ी समस्या का समधान हो जाएगा। बाड़मेर, बायतु, बालोतरा से करीब पैंतीस हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे। उसमें से आधे परीक्षार्थी जोधपुर मार्ग के होंगे। इतने सारे परीक्षार्थियों के आवागमन का एकमात्र साधन रेल ही हो सकता है।
नहीं है रोडवेज सुविधा
बाड़मेर में रोडवेज की सुविधा इतनी नहीं है। करीब सौ बसों के फेरे पूरे जिले मे हो रहे है। जोधपुर बाड़मेर मार्ग पर आधा आधा घंटा से बस है। एक बस में पचास सवारी भी जाए तो पंद्रह बीस हजार सवारियों के लिए बसें लगाना मुश्कि हो जाएगा।
मांग की है
प्रशासन ने रेलवे से मांग की है कि अतिरिक्त रेल दी जाए। जो जोधपुर से बाड़मेर के बीच चले। इससे परिवहन संभव हो पाएगा।
अरूण पुरोहित
अतिरिक्त जिला कलक्टर
नहीं दे पाएंगे
जिला कलक्टर को बता दिया है कि रेल नहीं मिल पाएगी। हमें समय पर सूचित नहीं किया गया,इस कारण प्रबंध नहीं हो पा रहा है।
राजेन्द्र जैन
मण्डल रेल प्रबंधक जोधपुर
बाड़मेर। सीमावर्ती बाड़मेर जिले में यह पहली मर्तबा है कि किसी परीक्षा को लेकर अतिरिक्त रेल चलाने की नौबत आ रही है। परीक्षार्थी इतने अधिक हो गए है कि प्रशासन को विश्वास हो गया है कि कितनी भी बसें लगा लें पार पड़ना मुश्किल है। ऎसे में रेलवे से अतिरिक्त रेल की मांग की गई है। इधर रेलवे ने यह कहते हुए इंकार कर दिया है कि प्रशासन ने हमें बताने में देरी कर दी।
प्रदेश में इस बार तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में सर्वाधिक आवेदन बाड़मेर जिले में है। 1 लाख 11 हजार 599 आवेदकों ने बाड़मेर केन्द्र मांगा है। इतने परीक्षार्थियों के लिए इंतजाम करना बड़ा प्रश्न बना हुआ है। जिला प्रशासन ने इसके लिए 176 परीक्षा केन्द्र बना लिए है। जिला मुख्यालय और नगरपालिका क्षेत्र को छोड़ छोटे कस्बों और गांवों में भी परीक्षा केन्द्र है। केन्द्र तो हो गए है लेकिन यहां परीक्षार्थियों का पहुंचना और परीक्षा से पहले और बाद में किसी तरह का हुड़दंग नहीं हों इसके लिए व्यवस्था करना मुश्किल है। इसको लेकर तमाम जतन किए जा रहे है।
रेल मांगी
जिला प्रशासन की ओर से 2 जून की परीक्षा के मद्देनजर रेलवे से मांग की गई है कि इस दिन बाड़मेर जोधपुर के दरम्यान अतिरिक्त रेल चलाई जाए जो परीक्षा समय के पूर्व आए और बाद में जाए। इस रेल में परीक्षार्थी बड़ी संख्या में होने से अन्य यात्रियों को भी परेशानी नहीं होगी और परिवहन को लेकर बड़ी समस्या का समधान हो जाएगा। बाड़मेर, बायतु, बालोतरा से करीब पैंतीस हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे। उसमें से आधे परीक्षार्थी जोधपुर मार्ग के होंगे। इतने सारे परीक्षार्थियों के आवागमन का एकमात्र साधन रेल ही हो सकता है।
नहीं है रोडवेज सुविधा
बाड़मेर में रोडवेज की सुविधा इतनी नहीं है। करीब सौ बसों के फेरे पूरे जिले मे हो रहे है। जोधपुर बाड़मेर मार्ग पर आधा आधा घंटा से बस है। एक बस में पचास सवारी भी जाए तो पंद्रह बीस हजार सवारियों के लिए बसें लगाना मुश्कि हो जाएगा।
मांग की है
प्रशासन ने रेलवे से मांग की है कि अतिरिक्त रेल दी जाए। जो जोधपुर से बाड़मेर के बीच चले। इससे परिवहन संभव हो पाएगा।
अरूण पुरोहित
अतिरिक्त जिला कलक्टर
नहीं दे पाएंगे
जिला कलक्टर को बता दिया है कि रेल नहीं मिल पाएगी। हमें समय पर सूचित नहीं किया गया,इस कारण प्रबंध नहीं हो पा रहा है।
राजेन्द्र जैन
मण्डल रेल प्रबंधक जोधपुर
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