पहले इनकार, फिर कहा- एक्सपायरी डेट की थी...
मामले को लेकर जब हरसाणी पीएचसी के इंचार्ज डॉ. विजय पाल सिंह से इस बारे में बात की तो उन्होंने पहले तो किसी भी प्रकार की दवा जलाए जाने से इनकार किया। जली हुई दवाओं की फोटो होने की बात कहने पर कहा कि एक्सपायरी डेट की दवाइयों को जलाया गया। एक्सपायरी डेट की दवाओं के निस्तारण से पहले सीएमएचओ से परमिशन लेनी होती है। सीएमएचओ डॉ. अजमल हुसैन से इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई परमिशन उन्होंने नहीं दिया। डॉ. विजय पाल सिंह से दुबारा बात करने पर उन्होंने फिर अपनी बात बदलते हुए कहा कि भूल से मुफ्त योजना की दवाइयां जला दी गईं। उन्होंने बताया कि यह दवाएं आयरन टेबलेट्स, खांसी की सीरप, मलेरिया, बुखार खांसी आदि से संबंधित थीं। इन दवाओं का कितना स्टॉक था और कौन सी दवाओं के नाम पूछने पर वह सिर्फ इतना बता पाए कि तीन बॉक्स दवाइयां थीं पर निश्चित मात्रा के बारे में वे कुछ नहीं बता पाए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें