राजसमंद। एक सनकी प्रेमी ने राजसमंद जिले के कुमारिया थाने में मंगलवार रात कोहराम मचा दिया। खून से सनी हालत में जब वह थाने पहुंचा, तो पुलिसवाले उसे देख हक्के बक्के रह गए। जब उसने पुलिसवालों को बताया कि वह अपनी प्रेमिका को काट कर आया है, तो पुलिसकर्मियों को उस पर विश्वास नहीं हुआ और वे हंसने लगे।
सनकी प्रेमी को पुलिसवालों की यह हरकत इतनी नागवार गुजरी कि उसने पुलिसवालों से गाली-गलौज शुरू कर दी। जब पुलिस वाले उसे नजरंदाज करके जाने लगे, तो उसने अपने हाथ की नस ही काट डाली। थाने में खून की पिचकारी छूटी, तो पुलिसवालों को भी पसीने छूट गए। उन्होंने प्रेमी के कहे अनुसार जब पड़ताल की, तो उसके द्वारा बतायी गई हत्या की कहानी बिलकुल सही साबित हुई। बाद में सनकी प्रेमी का मेडिकल कराया गया और उसे गिरफ्तार किया गया।
तीन साल से चल रही थी प्रेम कहानी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, कुमारिया थाना इलाके में स्थित खटीक मोहल्ला निवासी 19 वष्ाीüया सागर कुमारी का स्थानीय युवक भ्ौरूलाल से पिछले करीब तीन सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस बारे में कुछ महीनों पहले सागर कुमारी के परिवार वालों को पता चला, तो उन्होंने सागर कुमारी की शादी तय कर दी। कुछ दिन पहले ही सागर कुमारी की सगाई भी कर दी गई और उसका घर से बाहर निकलना बंद कर दिया गया। इसी बात से गुस्साए भ्ौरूलाल ने कई बार सागर कुमारी को फोन भी किया और मिलने के लिए भी बुलाया लेकिन परिवारवालों की बंदिश के चलते बात नहीं बनी।
रस्सी डाली और चढ़ गया प्रेमिका के घर
पुलिस गिरफ्त में आए भ्ौरूलाल ने पुलिस को बताया कि वह कई दिनों से सागर कुमारी से मिलना चाह रहा था लेकिन कभी परिवारवाले और कभी खुद सागर कुमारी मना कर देती थी। इसी कारण उसने रस्सी के सहारे घर में घुसने की कोशिश की और सफल हो गया। मंगलवार शाम सागर कुमारी घर की दूसरी मंजिल पर अपने कमरे में अकेली थी। उस समय भ्ौरूलाल कमरे में घुस गया व सागर कुमारी पर साथ चलने के लिए दबाव बनाने लगा। जब सागर कुमारी ने मना कर दिया तो गुस्से में भ्ौरूलाल ने उसका गला दबा दिया।
लाश के पास बैठा बीस मिनट तक रोता रहा
सागर कुमारी की मौत हो जाने के बाद भ्ौरूलाल उसकी लाश के पास बैठा करीब बीस मिनट तक रोता रहा। बाद में कमरे के पास ही किचन से चाकू लाकर सागर कुमारी के शरीर पर सत्तर से भी ज्यादा वार चाकू से किये। पूरा कमरा खून से सन गया, तो बाद में वह खून से सने कपड़ों में ही कमरे से निकला और रस्सी के सहारे घर के पिछवाड़े जंगल की ओर उतर कर सीधे थाने जा पहुंचा।
पुलिस ने लाश की हालात देखी तो दंग रह गई
भ्ौरूलाल के साथ जब पुलिस सागर कुमारी के घर पहुंची, तो घर अंदर से बंद था। पता चला कि सागर कुमारी के माता पिता लाखेड़ा गांव गए हुए थे और घर में सागर कुमारी के अलावा उसकी बहन मनीषा ही मौजूद थी। पुलिस के पहुंचने पर उसने ही दरवाजा खोला। तब तक उसे नहीं पता था कि उसकी बहन की हत्या हो गई है। मनीषा के साथ पुलिस जब ऊपर पहुंची तो लाश की हालत देख कर दंग रह गई। सागर कुमारी के सिर, चेहरे और पेट पर चाकू से कई वार किए
गए थे। उसकी आंखे चेहरे से बाहर आ चुकी थीं और पेट की सारी आंतें फटी पड़ी थीं। लाश को जैसे तैसे समेट कर मुर्दाघर में लाया गया।
सनकी प्रेमी को पुलिसवालों की यह हरकत इतनी नागवार गुजरी कि उसने पुलिसवालों से गाली-गलौज शुरू कर दी। जब पुलिस वाले उसे नजरंदाज करके जाने लगे, तो उसने अपने हाथ की नस ही काट डाली। थाने में खून की पिचकारी छूटी, तो पुलिसवालों को भी पसीने छूट गए। उन्होंने प्रेमी के कहे अनुसार जब पड़ताल की, तो उसके द्वारा बतायी गई हत्या की कहानी बिलकुल सही साबित हुई। बाद में सनकी प्रेमी का मेडिकल कराया गया और उसे गिरफ्तार किया गया।
तीन साल से चल रही थी प्रेम कहानी
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, कुमारिया थाना इलाके में स्थित खटीक मोहल्ला निवासी 19 वष्ाीüया सागर कुमारी का स्थानीय युवक भ्ौरूलाल से पिछले करीब तीन सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस बारे में कुछ महीनों पहले सागर कुमारी के परिवार वालों को पता चला, तो उन्होंने सागर कुमारी की शादी तय कर दी। कुछ दिन पहले ही सागर कुमारी की सगाई भी कर दी गई और उसका घर से बाहर निकलना बंद कर दिया गया। इसी बात से गुस्साए भ्ौरूलाल ने कई बार सागर कुमारी को फोन भी किया और मिलने के लिए भी बुलाया लेकिन परिवारवालों की बंदिश के चलते बात नहीं बनी।
रस्सी डाली और चढ़ गया प्रेमिका के घर
पुलिस गिरफ्त में आए भ्ौरूलाल ने पुलिस को बताया कि वह कई दिनों से सागर कुमारी से मिलना चाह रहा था लेकिन कभी परिवारवाले और कभी खुद सागर कुमारी मना कर देती थी। इसी कारण उसने रस्सी के सहारे घर में घुसने की कोशिश की और सफल हो गया। मंगलवार शाम सागर कुमारी घर की दूसरी मंजिल पर अपने कमरे में अकेली थी। उस समय भ्ौरूलाल कमरे में घुस गया व सागर कुमारी पर साथ चलने के लिए दबाव बनाने लगा। जब सागर कुमारी ने मना कर दिया तो गुस्से में भ्ौरूलाल ने उसका गला दबा दिया।
लाश के पास बैठा बीस मिनट तक रोता रहा
सागर कुमारी की मौत हो जाने के बाद भ्ौरूलाल उसकी लाश के पास बैठा करीब बीस मिनट तक रोता रहा। बाद में कमरे के पास ही किचन से चाकू लाकर सागर कुमारी के शरीर पर सत्तर से भी ज्यादा वार चाकू से किये। पूरा कमरा खून से सन गया, तो बाद में वह खून से सने कपड़ों में ही कमरे से निकला और रस्सी के सहारे घर के पिछवाड़े जंगल की ओर उतर कर सीधे थाने जा पहुंचा।
पुलिस ने लाश की हालात देखी तो दंग रह गई
भ्ौरूलाल के साथ जब पुलिस सागर कुमारी के घर पहुंची, तो घर अंदर से बंद था। पता चला कि सागर कुमारी के माता पिता लाखेड़ा गांव गए हुए थे और घर में सागर कुमारी के अलावा उसकी बहन मनीषा ही मौजूद थी। पुलिस के पहुंचने पर उसने ही दरवाजा खोला। तब तक उसे नहीं पता था कि उसकी बहन की हत्या हो गई है। मनीषा के साथ पुलिस जब ऊपर पहुंची तो लाश की हालत देख कर दंग रह गई। सागर कुमारी के सिर, चेहरे और पेट पर चाकू से कई वार किए
गए थे। उसकी आंखे चेहरे से बाहर आ चुकी थीं और पेट की सारी आंतें फटी पड़ी थीं। लाश को जैसे तैसे समेट कर मुर्दाघर में लाया गया।
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