मंगलवार, 10 जनवरी 2012

महात्मा गांधी नरेगा योजना में 7 करोड़ के कार्य स्वीकृत




महात्मा गांधी नरेगा योजना में 7 करोड़ के कार्य स्वीकृत
महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत ग्रेवल सड़क,नाडी खुदाई,व्यक्तिगत टांका निर्माण के कार्य स्वीकृत किए गए है। कार्य स्वीकृत होने से ग्रामीणों को वृहद स्तर पर रोजगार मिलेगा। बाड़मेर पंचायत समिति की सभी ग्राम पंचायतों में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्रों की सांोधित स्वीकृति जारी की गई है।

बाड़मेर,10 जनवरी। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत बाड़मेर जिले की सिवाना, बायतू, चौहटन,िव पंचायत समिति में 6 करोड़ 92 लाख 26 हजार रूपए के विकास कार्य स्वीकृत किए गए है। इसमें अधिकतर टांका निर्माण के कार्य ामिल है। इन कार्यों को निर्धारित अवधि में पूर्ण कराने के निर्दो दिए गए है।

जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने बताया कि सिवाना पंचायत समिति की सैला ग्राम पंचायत में अजीज एनिकट मरम्मत एवं परिवर्धन कार्य 7.78 लाख, ग्रेवल सड़क पादरू रोड़ से देवी कोलर तक 15.10 लाख कुल 22.88 लाख, कुंडल ग्राम पंचायत में ग्रेवल सड़क डोली हैंडपंप से ाुकरराम कुम्हार के खेत तक 18.52 लाख, ग्रेवल सड़क निर्माण मूलाराम पुत्र पूनमाराम के खेत से धारणा सरहद तक 13.22 लाख, अपूर्ण ग्रेवल सड़क मामाजी के खेजड़ा से वाछाड़ी नाडी तक 15.87 लाख कुल 47.61 लाख की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है। प्रधान ने बताया कि बायतू पंचायत समिति की अकदड़ा ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के 46 निर्माण कार्य कुल लागत 55.20 लाख की स्वीकृति जारी की गई है। प्रत्येक टांके पर 1.20 लाख रूपए व्यय होंगे। संतरा ग्राम पंचायत में ग्रेवल सड़क निर्माण रिडिया तालर से घटियालों की ाणी 3.5 किमी 20.33 लाख, ग्रेवल सड़क माताजी की भाखरी से चीबी सीमा तक 3.5 किमी 20.90 लाख, ग्रेवल सड़क निर्माण साइयोग, सेवरो की ाणी से दूदवा सीमा तक 3 किमी 17.67 लाख, ग्रेवल सड़क चक संतरा से लोपली 3.5 किमी 17.67 लाख,ग्रेवल सड़क केराला से संतरा तक 3.5 किमी 20.04 लाख, कुल 96.61 लाख की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है। इसी तरह चिड़िया ग्राम पंचायत में व्यक्तिगत टांका निर्माण 45 टांका निर्माण कार्यों के लिए 54 लाख, पनावड़ा ग्राम पंचायत में व्यक्तिगत टांका निर्माण के 80 कार्यों के लिए 96 लाख, खींपर ग्राम पंचायत में ग्रेवल सड़क सेवरों की ाणी से लूनाड़ा सीमा तक 1.5 किमी 11.83 लाख, ग्रेवल सड़क निर्माण जाजवा फांटा से लेगो की ाणी तक 1.5 किमी 11.80 लाख कुल 22.08 लाख, माधासर में 6 टांका निर्माण लागत 7.20 लाख, पनावड़ा ग्राम पंचायत में ग्रेवल सड़क हुडडो की गोलाई से अकदड़ा सरहद तक 2 किमी 12.19 लाख,ग्रेवल सड़क सियागो की ाणी से भीलीया नाडा से 1 किमी 12.24 लाख की स्वीकृति जारी की गई है।

जिला कलेक्टर प्रधान ने बताया कि नवातला बाखासर ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के 17 कार्य,एकल नाडी खुदाई कार्य 9.94 लाख, गोचर भूमि में डिचकम बैंड रते का तला 9.59 लाख, ग्रेवल सड़क नवातला बाखासर सब सेंटर से रणछोड़पुरी की समाधि तक 19.33 लाख कुल 59.86 लाख की स्वीकृति जारी की गई है। झड़पा ग्राम पंचायत में ग्रेवल सड़क निर्माण मूलानी से लकड़ासर सरहद तक 24.29 लाख, नई नाडी खुदाई कार्य झड़पा 9.94 लाख, टांका निर्माण के 8 कार्य कुल लागत 43.83 लाख की स्वीकृति जारी की गई है। इसी तरह उपरला ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के 36 कार्य लागत 43.20 लाख की स्वीकृति जारी की गई है। अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली ने बताया कि िव पंचायत समिति की खानियानी ग्राम पंचायत में टांका निर्माण के 33 कार्यों के लिए 39.60 लाख, गिराब ग्राम पंचायत में 11 टांका निर्माण कार्य, वौाखी नाडी के दोनों तरफ आड़ निर्माण कार्य 5.02 लाख,नई नाडी खुदाई कार्य, गवाई नाडी जीणे की बस्ती के दोनों तरफ आड़ निर्माण, गवाई नाडी दोलासर खुदाई कार्य, गवाई नाडी लालियाली, नई नाडी खुदाई कार्य रतरेड़ीखुर्द प्रत्येक के लिए 5.02 लाख की स्वीकृति जारी की गई है। इसी तरह आसाड़ी ग्राम पंचायत में पारवाली नाडी खुदाई कार्य 5.33 लाख, गोमीसर नाडी द्वितीय भाग 5.33 लाख, नई नाडी आचाराणियों की ाणी 5.33 लाख एवं टांका निर्माण के तीन कार्य कुल 19.59 लाख की स्वीकृति जारी की गई है। इसी तरह बाड़मेर पंचायत समिति में 50 ग्राम पंचायतों में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्रों के लिए सांोधित स्वीकृति 655.80 लाख की स्वीकृति जारी की गई है।

अनियमितता रोकने को दिनिर्दो जारी

बाड़मेर जिला कलेक्टर ने चैक जारी करते समय किसी तरह की अनियमितता रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था सुनिचत करने के निर्दो दिए है।

बाड़मेर,10 जनवरी। भुगतान में किसी तरह की अनियमितता रोकने के लिए चैक जारी करते समय संबंधित अधिकारियों को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिचत करने के निर्दो दिए गए है। इस संबंध में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने भी निर्दो जारी किए है।

जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने बताया कि बैक से चैक बुक की मांग आवयकतानुसार की जाए। एक समय में केवल एक ही चैक बुक जारी करने के साथ बैंक से एक से अधिक चैक बुक जारी नहीं कराने के निर्दो दिए गए है। प्रधान के मुताबिक चैक बुक प्राप्त होते ही उसे चैक प्राप्ति रजिस्टर में दर्ज करने के साथ कैाियर इसे व्यक्तिगत रूप से गिने। पूरे चैक प्राप्त होने के बारे में टिप्पणी दर्ज करने के साथ इस प्रविष्टि का प्रति सत्यापन कनिष्ठ लेखाकार/लेखाकार/अन्य कार्मिक से कराया जाकर चैक प्राप्ति रजिस्टर में हस्ताक्षर कराए जाए। खाली चैक एवं चैक बुक को किसी भी परिस्थिति में बाहर नहीं छोड़ा जाए। खाली चैकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी कार्यालय के कोियर की होगी। जिला कलेक्टर के मुताबिक चैकों पर पहले से ही हस्ताक्षरकर्ता अधिकारियों की सीलें अंकित नहीं की जानी चाहिए। चैक भरे जाने के बाद ही सील लगाई जाए। चैक केवल रेखाकिंत ही जारी किए जाएं। किसी भी अवस्था में अरेखांकित चैक जारी नहीं किए जाए। अत्यावयक परिस्थितियों में राज्य सरकार द्वारा निर्धारित प्रकि्रयानुसार अरेखाकिंत एवं सैल्फ चैक जारी किए जा सकते है। परन्तु यथासंभव इसका उपयोग नहीं किया जाए।

पारदाीर टेप लगाने के निर्दोः चैक लिखे जाने के समय भुगतान प्राप्तकर्ता व्यक्ति/फर्म/एजेंसी का नाम पूरा लिखा जाए। संक्षिप्त नाम जैसे अधिषी अभियंता को अ.अ.लिखना पर्याप्त नहीं है। चैक में राि भरे जाने के बाद उस पर पारदाीर टेप लगाई जाए। ताकि राि में बदलाव नहीं हो सके। कोियर द्वारा चैक भरे जाने के बाद चैक एवं चैक रजिस्टर जांच एवं हस्ताक्षर की प्रकि्रया में कई कार्मिकों एवं अधिकारियों के पास प्रस्तुत होता है। अंतिम रूप में हस्ताक्षर होकर वापस कैाियर के पास आने में समय लगता है। इस दौरान चैकों की सुरक्षा सुनिचत की जानी चाहिए।

बैंक खाते का नियमित मिलानः बैंक खाते का अंक मिलान नियमित रूप से करने के साथ किसी तरह की विसंगति पर तत्काल कार्यवाही की जाए। चैक चोरी अथवा कांटछांट तथा खोने की स्थिति में उसे अविलंब उच्चाधिकारियों को अवगत करने के साथ बैंक को भुगतान रोकने के लिए लिखा जाए।




प्रत्येक पंचायत समिति में बनेंगे 10 माडल मुख्यमंत्री बीपीएल आवास
जिला कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने जिला परिषद सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान दो माह में मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना के समस्त कार्य पूर्ण कराने के निर्दो दिए।

बाड़मेर,10 जनवरी। जिले की समस्त पंचायत समितियों में दसदस माडल मुख्यमंत्री बीपीएल आवास बनाए जाएं। मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना के तहत बनने वाले आवास निर्माण का कार्य दो माह में अनिवार्य रूप से पूरा कर लिया जाए। यह बात जिला कलेक्टर डा.वीणा प्रधान ने जिला परिषद सभागार में मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना की समीक्षा बैठक के दौरान कही। इस बैठक में पंचायत समिति स्तर के अधिकारियों के साथ महात्मा गांधी नरेगा योजना में कार्यरत कनिष्ठ तकनीकी सहायकों ने भाग लिया।

इस अवसर पर जिला कलेक्टर डा.प्रधान ने कहा कि कनिष्ठ तकनीकी सहायक एवं अन्य तकनीकी अधिकारी मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना के तहत होने वाले निर्माण कार्यों की नियमित रूप से मोनेटरिंग करें। आवास निर्माण गुणवत्ता का विोष ख्याल रखा जाए। जिला कलेक्टर ने बैठक में विकास अधिकारियों एवं कनिष्ठ तकनीकी सहायकों से व्यक्तिः अब तक हुई आवास निर्माण की जानकारी ली। उन्होंने विकास अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री बीपीएल आवास स्वीकृति के लिए अतिरिक्त आवेदन तत्काल भिजवाएं। ताकि नई स्वीकृतियां जारी की जा सके। उन्होंने कहा कि जो कार्य ाुरू नहीं हो पाए है उनको जल्दी से ाुरू करवाएं। जिला कलेक्टर ने जिला स्तर पर भी मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना में स्वीकृतियां निकालने के लिए विोष सेल स्थापित करने के निर्दो दिए। ताकि पंचायत समिति स्तर से आवेदन मिलते ही तत्काल स्वीकृति निकाली जा सके। बैठक के दौरान महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत अधूरे कार्यों को युद्व स्तर पर पूरा कराने के साथ अपना खेत अपना काम योजना की जानकारी ली गई।

बैठक के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी छगनलाल श्रीमाली ने ग्रामीण विकास योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रत्येक पंचायत समिति में दो माह की अवधि के दौरान लक्ष्य के अनुरूप निर्माण कार्य होने चाहिए। इसमें किसी तरह की अनियमितता नहीं हो इसके लिए नियमित मोनेटरिंग की जाए। उन्होंने कनिष्ठ तकनीकी सहायकों को नरेगा योजना में कम मजदूरी आने के मामलों में श्रमिकों को प्रोत्साहित करने एवं पांचपांच के गु्रप में काम करवाने के निर्दो दिए। अधिशी अभियंता नरेगा आर.सी.मीणा ने कहा कि कनिष्ठ तकनीकी सहायक समस्त कार्यों का नियमित रूप से निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि ग्रेवल सड़कों के निर्माण से पहले ग्रामीणों एवं मेटों को इसकी प्रकि्रया से अवगत कराया जाए। अधिषी अभियंता तेजाराम चौधरी ने मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजना के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर विकास अधिकारी आईदानसिंह सोलंकी, भोपालसिंह जोधा,बृजो श्रीवास्तव, सहायक अभियंता आोक गोयल, गोरधनसिंह,आईईसी मैनेजर मदन बारूपाल, जीयाराम उपस्थित थे।

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