रविवार, 4 दिसंबर 2011

...ओर खुशी-खुशी बिटिया हुई विदा


...ओर खुशी-खुशी बिटिया हुई विदा

एसपी के निर्देश पर सुरक्षा के लिए मुस्तैद रहा पुलिस दल, पुलिस दल ने कन्या को दिया ‘शगुन’, लड़की के पिता ने जताया आभार

बाड़मेर

बिटिया की शादी से तीन दिन पहले दहशतजदा माणकसिंह आज खुशी से झूमते नजर आए। कल तक बेरौनक नजर आ रहा शादी का घर रंगीन रोशनी से नहाया हुआ था। शामियाने लग गए, हलवाई व्यंजन बनाने में जुट गए और शाम को ढोल-थाली पर थिरकते बाराती भी दूल्हे के साथ पहुंचे गए। रात दो बजे फेरे संपन्न हुए, तो दुल्हन के माता-पिता, दादी व भाईयों की खुशी से आंखें छलछला आई। फेरे होने तक सदर थाने के हैड कांस्टेबल गोपालसिंह के नेतृत्व में पांच सिपाहियों की टीम सुरक्षा के लिए मुस्तैद रही। माणकसिंह ने पुलिस प्रशासन का आभार जताते हुए नम आंखों से बोले, बाड़मेर पुलिस अधीक्षक सुरक्षा मुहैया नहीं कराते तो आज वे अपनी बिटिया को हंसी खुशी विदा नहीं कर पाते। पुलिस प्रशासन ने कन्या को विदाई का शगुन भी दिया।

क्या था मामला: दानजी की हौदी निवासी माणकसिंह पुत्र ईश्वरसिंह रावणा राजपूत ने अपनी बेटी का रिश्ता कुड़ला निवासी पन्ने सिंह पुत्र विशन सिंह के साथ तय किया। इधर कोटड़ा निवासी सुंदरसिंह पुत्र कस्तुरसिंह मंडप से लड़की उठाकर ले जाने की धमकियां दे रहा था क्योंकि पहले उनकी बेटी की सगाई सुंदरसिंह के साथ कर रखी थी, जो रिश्ता तोड़ दिया था। विवाह में विघ्न नहीं पड़े इसलिए दहशतजदा माणकसिंह ने एसपी संतोष चालके से सुरक्षा की गुहार की। । एसपी चालके ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे पूरे धूमधाम से शादी करें, सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की होगी। इसके बाद एसपी ने माणकसिंह के घर पुलिस जाब्ता तैनात करवा दिया। हैड कांस्टेबल गोपालसिंह राठौड़ ने बताया कि शादी के बाद दुल्हन को ससुराल तक पहुंचाने वे साथ जाएंगे और बाद में भी यदि किसी ने परेशान किया तो कानूनन कार्रवाई करेंगे।

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