सोमवार, 5 दिसंबर 2011

प्रेमी के साथ रंगरलिया मनाने के लिए मां को कम पड़े 5 घंटे और...

सूरत। लगभग डेढ़ महीने यहां के महेतानगर इलाके में रहने वाली एक महिला ने अपने 8 वर्षीय पुत्र और 10 वर्षीया पुत्री को जहरयुक्त पदार्थ खिला दिया था। जिससे पुत्र की मौत हो गई थी, जबकि 18 दिन के लंबे उपचार के बाद पुत्री की जान बच गई थी।

इस मामले की जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ है कि बच्चों को जहर उनकी ही मां ने दिया था। दरसअल बच्चों के घर पर रहने की वजह से मां अपने प्रेमी के साथ रंगरलियां नहीं मना पाती थी, जिसके चलते उसने अपने ही जिगर के टुकड़ों को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया था।

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार 11 अक्टूबर को महेतानगर इलाके में रहने वाली अस्मिता कलथिया ने अपने बेटे वंशील (8) और बेटी निमिषा को मिठाई में जहर मिलाकर खिला दिया था। वंशील पर जहर का असर जल्दी हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी। जबकि निमिष के शरीर पर जहर का कम असर हुआ और 18 दिनों के उपचार के बाद उसकी जान बचा ली गई थी।

पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि अस्मिता के मुकेश माथुकिया नामक एक व्यक्ति से अवैध संबंध थे। इसके बाद अस्मिता के पति ने भी उस पर शक करते हुए उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी थी।

दूसरी तरफ घटना के 18 दिनों बाद बेटी निमिषा ने खुद पुलिस के सामने यह बयान दे दिया कि उन्हें मिठाई मां ने ही खाने को दी थी और इसके बाद उनकी तबियत खराब हो गई थी। पुलिस ने बच्ची के बयान के आधार पर अस्मिता को गिरफ्तार कर लिया और यह बात सामने आई कि पति के सुबह घर से निकल जाने के बाद बच्चे भी स्कूल से 5 घंटों बाद घर वापस आ जाया करते थे। अस्मिता को प्रेमी के साथ बिताने के लिए ये 5 घंटे कम पड़ते थे, इसलिए उसने बच्चों को रास्ते से ही हटाने का मन बना लिया और उन्हें मिठाई में जहर मिलाकर दे दिया था।

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