शनिवार, 5 नवंबर 2011

शहर को साफ रखना सबकी जिम्मेदारी: कलेक्टर


शहर को साफ रखना सबकी जिम्मेदारी: कलेक्टर


बैठक : कलेक्टर ने दिए आवारा पशुओं की धरपकड़ के निर्देश

बाड़मेर  आखिर ये गंदगी होती कैसे है। आप सभी अपने घर को तो एकदम साफ-सुथरा रखते हो, फिर शहर के बारे में क्यों नहीं सोचते। शहर को साफ रखना भी सबकी जिम्मेदारी है। ये बात शुक्रवार को कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने नगरपालिका में आयोजित बैठक में कही। यह बैठक शहर के प्रबुद्ध नागरिकों से शहर की व्यवस्थाएं सुधारने के संबंध में सुझाव लेने के लिए बुलाई गई थी। बैठक में उन्होंने शहर में घूम रहे आवारा पशुओं का शहर से बाहर निस्तारण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि छोटी चीज से शुरूआत करने से सफलता मिलती है। हमारे पास जो संसाधन है उसी से व्यवस्थाएं सुधारनी होगी। नए सफाईकर्मी भर्ती प्रक्रिया के बारे में नियुक्त हो पाएंगे। इससे पहले व्यवस्थाएं कैसे सुधारनी है यह अहम है। बैठक में प्रबुद्ध नागरिकों ने कई सुझाव प्रस्तुत किए। इस मौके जिला प्रमुख मदन कौर, विधायक मेवाराम जैन, नगरपालिका अध्यक्ष उषा जैन, आयुक्त राकेश कुमार चौधरी, प्रतिपक्ष नेता सुरेश मोदी, सहित कई पार्षद मौजूद थे।


ये दिए सुझाव

कलेक्टर ने आमजन की सफाई व्यवस्था के प्रति भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक घर से बीस रुपए लेने का प्रस्ताव रखा, जिसे विरोध के बाद वापिस ले लिया गया।


पूर्व पार्षद मिरचूमल कृपलानी ने सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए दो सेनेट्री इंस्पेक्टर, 10 जमादार और 400 सफाईकर्मी लगाने का सुझाव दिया।


बैठक में नगरपालिका के प्रतिपक्ष नेता सुरेश मोदी ने सुझाव दिया कि शहर के बाहर स्थित गोशालाएं किसी न किसी तरह से सरकारी अनुदान या सहायता पर निर्भर है। इसलिए शहर से पकड़े जाने वाले आवारा पशुओं को इन गोशालाओं में अनुपात के हिसाब से भेजा जाए, ताकि एक गोशाला में पशु संख्या नहीं बढ़े।


पार्षद अमृतलाल खत्री ने शहर के विभिन्न वार्डों में चल रहे सफाई ठेकों की तर्ज पर अन्य वार्डों में भी व्यवस्था लागू करने का प्रस्ताव रखा।


बैठक में सफाई व्यवस्था के लिए मॉनिटरिंग कमेटी बनाने का सुझाव रखा गया।


बैठक में काजी हाउस के लिए नई जमीन के लिए भी प्रस्ताव आया।


सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए कचरा उठाने वाले ट्रैक्टर और टैक्सी संचालकों को पाबंद करने का प्रस्ताव रखा गया।


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