पटना. साइबर का नाम नहीं है लेकिन यहां युवक-युवतियां पहुंचते हैं। कैफे में कम्प्यूटर तो नहीं है लेकिन कंडोम और शराब की बोतलों की भरमार है।
सिटी एसपी (सेंट्रल) शिवदीप लांडे ने कदमकुआ थाना क्षेत्र के रोड़ नंबर तीन में छापेमारी की तो सभी के होश उड़ गए। यहां दर्जनों की संख्या में युवक-युवतियां बिना कम्प्यूटर के सर्फिग करने के नाम पर पहुंचे हुए थे। साइबर कैफे के नाम पर बनाए गए इस स्थान पर दर्जनों केबिन थे जिसमें युवा जोड़े आपत्तिजनक स्थिति में मिले। जानकारी के अनुसार सिटी एसपी को रोड़ नंबर तीन से गुप्त सूचना मिल रही थी।
लेकिन कुछ महीनों पहले हुए साइबर कैफे में छापेमारी के बाद कई संगठनों ने इसका विरोध शुरु कर दिया था। शुक्रवार को हुई छापेमारी ने एक बार फिर कथित साइबर कैफे की वास्तविकता सामने आ गई है।
इस छापेमारी में दर्जनों लड़कियां और लडक़े पकड़े गए हैं। जिन्हें उनके परिवारवालों के सामने छोड़ा जाएगा। सिटी एसपी ने बताया कि समाज को बेहतर बनाने की जिम्मेवारी हर किसी की है। उन्होंने कहा कि ऐसे कथित साइबर कैफे के खिलाफ कार्रवाई चलती रहेगी।
सिटी एसपी (सेंट्रल) शिवदीप लांडे ने कदमकुआ थाना क्षेत्र के रोड़ नंबर तीन में छापेमारी की तो सभी के होश उड़ गए। यहां दर्जनों की संख्या में युवक-युवतियां बिना कम्प्यूटर के सर्फिग करने के नाम पर पहुंचे हुए थे। साइबर कैफे के नाम पर बनाए गए इस स्थान पर दर्जनों केबिन थे जिसमें युवा जोड़े आपत्तिजनक स्थिति में मिले। जानकारी के अनुसार सिटी एसपी को रोड़ नंबर तीन से गुप्त सूचना मिल रही थी।
लेकिन कुछ महीनों पहले हुए साइबर कैफे में छापेमारी के बाद कई संगठनों ने इसका विरोध शुरु कर दिया था। शुक्रवार को हुई छापेमारी ने एक बार फिर कथित साइबर कैफे की वास्तविकता सामने आ गई है।
इस छापेमारी में दर्जनों लड़कियां और लडक़े पकड़े गए हैं। जिन्हें उनके परिवारवालों के सामने छोड़ा जाएगा। सिटी एसपी ने बताया कि समाज को बेहतर बनाने की जिम्मेवारी हर किसी की है। उन्होंने कहा कि ऐसे कथित साइबर कैफे के खिलाफ कार्रवाई चलती रहेगी।
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