दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने के बाद अब भारतीय वायु सेना की महिला अधिकारी स्काई डाइविंग में अपना कमाल दिखाने जा रही हैं।
भारतीय वायु सेना के इतिहास में पहली बार उसकी 79वीं वर्षगांठ पर होने वाली स्काई डाइविंग में सभी महिलाएं होंगी। वायु सेना सूत्रों के अनुसार, इस बार वायु सेना दिवस की परेड पर भी स्काई डाइविंग टीम में महिलाएं ही रहेंगी और वही आसमान की बुलंदियों को छूएंगी। इसकी प्रैक्टिस शुरू हो चुकी है।
वायुसेना की एक महिला अधिकारी ने दैनिक भास्कर डॉट कॉम को बताया कि एयर फोर्स डे के दिन सभी छह महिला अधिकारी आठ हजार फीट से छलांग लगाएंगी। इनकी ट्रेनिंग अमेरिका के स्काई डाइव एरोजिना में हुई है।
गाजियाबाद के हिंडौन एयरबेस पर होने वाले प्रमुख कार्यक्रम में विंग कमांडर आशा ज्योर्तिमय के साथ एयर फोर्स की पांच अन्य महिला अधिकारी एन-32 से जंप लगाएंगी। इस टीम में विंग कमांडर आशा ज्योर्तिमय के अलावा स्क्वाड्रन लीडर संगीत बलराज, फ्लाइट लेफ्टिनेंट प्रियंका, फ्लाइट लेफ्टिनेंट निशा गोवर्धन, फ्लाइट लेफ्टिनेंट रूपल ठाकुर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट प्रियंका हुडा शामिल हैं।
गौरतलब है कि जून में पहली बार भारतीय वायु सेना की तीन महिला अधिकारियों द्वारा माउंट एवरेस्ट को फतह करने के बाद अब महिला अधिकारियों के द्वारा स्काई डाइविंग भारतीय वायुसेना के लिए गर्व का मौका होगा। जून में फ्लाइट लेफ्टिनेंट निवेदिता चौधरी, स्क्वाड्रन लीडर निरुपमा पांडेय और फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजिका शर्मा ने 8848 मीटर की माउंट एवरेस्ट को फतह किया था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें