बाड़मेर. कल्याणपुरा में माणक अस्पताल के पास एक घर में गुरुवार शाम अचानक आग लग जाने से सामान जलकर राख हो गया। वहीं आग बुझाने में दमकल की देरी और पानी खत्म हो जाने से भी नुकसान में इजाफा ही हुआ।
आग लगने का कारण चूहे द्वारा खाने के लिए देवी को प्रज्जवलित की गई जोत ले जाना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम करीब साढ़े सात बजे माणक अस्पताल के पास स्थित बबीता बाई के घर में आग लग गई। आग घर के एक कमरे में लगी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बबीता बाई ने नवरात्रा की पूजा में जोत जगाई थी। इसके बाद वह कमरे से बाहर आ गई। तभी चूहे ने खाने के लिए दीपक से जोत निकाल ली और कपड़ों के पास जाकर बैठ गया। इसी दरम्यान कपड़ों ने आग पकड़ ली और आग फैलने लगी।
कमरे में धुआं उठता देख घरवाले पहुंचे तथा चिल्लाने लगे। जिस पर मोहल्ले वासी एकत्रित हो गए और आग बुझाने के प्रयास कर लगे। मोहल्लेवासियों ने दमकल कर्मियों को भी फोन किया। आग में हुए नुकसान का अभी आंकलन नहीं हो सका है।
देरी से पहुंची दमकल: मोहल्लावासी हुक्मीचंद डागा ने बताया कि दमकल को करीब पौने आठ बजे इसकी सूचना दी गई थी। लेकिन रेलवे फाटक बंद होने के कारण दमकल उस पार अटक गई। फिर साढ़े आठ बजे फाटक खुलने के बाद घटना स्थल पहुंची।
...और पानी खत्म हो गया : देर से पहुंची दमकल ने हालांकि आग बुझाने का प्रयास जरूर किया लेकिन कुछ मिनटों में ही इसका पानी खत्म हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दमकल पूरी भरी हुई थी ही नहीं, जिसके चलते दस मिनटों में ही पानी खत्म हो गया।
मंगवाए पानी के टैंकर: दमकल में पानी खत्म होने के बाद पानी के टैंकर मंगवाए गए। दो टैंकरों से पहले दमकल में पानी भरा गया, फिर आग बुझाने का काम शुरू हुआ। इसके बाद करीब साढ़े नौ बजे आग पर काबू पाया गया।
आग लगने का कारण चूहे द्वारा खाने के लिए देवी को प्रज्जवलित की गई जोत ले जाना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम करीब साढ़े सात बजे माणक अस्पताल के पास स्थित बबीता बाई के घर में आग लग गई। आग घर के एक कमरे में लगी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बबीता बाई ने नवरात्रा की पूजा में जोत जगाई थी। इसके बाद वह कमरे से बाहर आ गई। तभी चूहे ने खाने के लिए दीपक से जोत निकाल ली और कपड़ों के पास जाकर बैठ गया। इसी दरम्यान कपड़ों ने आग पकड़ ली और आग फैलने लगी।
कमरे में धुआं उठता देख घरवाले पहुंचे तथा चिल्लाने लगे। जिस पर मोहल्ले वासी एकत्रित हो गए और आग बुझाने के प्रयास कर लगे। मोहल्लेवासियों ने दमकल कर्मियों को भी फोन किया। आग में हुए नुकसान का अभी आंकलन नहीं हो सका है।
देरी से पहुंची दमकल: मोहल्लावासी हुक्मीचंद डागा ने बताया कि दमकल को करीब पौने आठ बजे इसकी सूचना दी गई थी। लेकिन रेलवे फाटक बंद होने के कारण दमकल उस पार अटक गई। फिर साढ़े आठ बजे फाटक खुलने के बाद घटना स्थल पहुंची।
...और पानी खत्म हो गया : देर से पहुंची दमकल ने हालांकि आग बुझाने का प्रयास जरूर किया लेकिन कुछ मिनटों में ही इसका पानी खत्म हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दमकल पूरी भरी हुई थी ही नहीं, जिसके चलते दस मिनटों में ही पानी खत्म हो गया।
मंगवाए पानी के टैंकर: दमकल में पानी खत्म होने के बाद पानी के टैंकर मंगवाए गए। दो टैंकरों से पहले दमकल में पानी भरा गया, फिर आग बुझाने का काम शुरू हुआ। इसके बाद करीब साढ़े नौ बजे आग पर काबू पाया गया।
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