हस्ताक्षर कर चलते बने अधिकारी
पलटे टैंकर से ले गए क्रूड ऑयल
टैक्सी, जीप तथा हाथ ठेले में क्रूड ऑयल से भरे जरीकनों को डाल कर ले गए शहरवासी
पोकरण पोकरण रामदेवरा मार्ग पर रविवार की सुबह से ही काफी भीड़ जमा हो गई। सड़क के एक किनारे पड़ा क्रूडऑयल का टैंकर तथा दूसरी ओर कई लोडिंग टैक्सियां व अन्य वाहन खड़े थे। मिड वे के पास फैले साबुन के ऑयल के कारण छोटा सा तालाब सा बन गया। जिसमें से आस-पास में निवास कर रहे लोग जरीकन, बाल्टियां, लोहे के डिब्बे तथा जो बर्तन हाथ में आया भर कर ले गए।
किसी ने भी नहीं ली सुध: रामदेवरा रोड पर पलटे साबुन के क्रूड ऑयल से भरे टैंकर में से रिस रहे ऑयल के स्थानीय लोगों द्वारा ले जाने पर प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है। टैंकर पलटने पर पुलिस द्वारा एक दिन तक इस ऑयल तथा टैंकर की सुरक्षा के लिए सिपाही तैनात किया गया था।
लेकिन रविवार को मौके पर कोई जवान नहीं होने के कारण लोग भारी मात्रा में इस क्रूडऑयल को घरेलू उपयोग के लिए ले गए।
चिकित्सकों ने बताया घातक हो सकता है केमिकल : सेठ विट्ठलदास राठी राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सा प्रभारी डॉ. अशोक शर्मा ने बताया कि टैंकर से रिसने वाले क्रूड ऑयल में अगर कोई अन्य केमिकल मिला है तो लोगों को काफी परेशानी हो सकती है। साथ ही साबुन बनाने के उपयोग में ली जाने वाली अन्य सामग्री के मिले होने पर लोगों के हाथों तथा शरीर की चमड़ी के फटने की शिकायत के साथ कई अन्य समस्याएं भी हो सकती है। ऐसे में यह ऑयल आमजन के लिए काफी घातक भी साबित हो सकता है।
18 विभागों में से मात्र 5 विभागों के कर्मचारी मिले उपस्थित
पोकरण लोगों की समस्याओं के संबंध में बहुउद्देशीय शिविर में कोई कार्रवाई नहीं हो पाने के कारण लोगों का इन शिविरों से रूझान घटता नजर आ रहा है। इसका स्पष्ट उदाहरण रविवार को सुबह पंचायत समिति सांकड़ा के सभागार में आयोजित होने वाले बहुउद्देशीय शिविर में देखने को मिला। जिला कलेक्टर के आदेशानुसार हर माह की 25 तारीख को आयोजित होने वाला बहुउद्देशीय शिविर इन दिनों मात्र खानापूर्ति साबित हो रहा है। रविवार को आयोजित होने वाले इस शिविर में अधिकारियों के उपस्थित नहीं होने के कारण शिविर में शाम तक मात्र एक मामला ही दर्ज हो पाया।
मात्र पांच विभागों के अधिकारी मिले उपस्थित : बहुउद्देश्यीय शिविर के दौरान शहर के सभी विभागीय अधिकारियों को उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन शहर में कुल 18 विभागों में से मात्र पांच विभाग के अधिकारी ही उपस्थित मिले। बैठक के दौरान समाज कल्याण विभाग, राजस्व विभाग, पंचायती राज विभाग, सैनिक कल्याण बोर्ड तथा सिंचाई विभाग के कर्मचारी उपस्थित मिले। वहीं चिकित्सा विभाग, शिक्षा विभाग, विद्युत विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, पशुपालन विभाग, वन विभाग, भूमिविकास, एमपावर, महिला एवं बाल विकास विभाग, आयुर्वेदिक विभाग, रसद विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग के अधिकारी शिविर से नदारद रहे।
अधिकारियों की कमी के कारण मात्र एक मामला दर्ज: बहुउद्देशीय शिविर के दौरान अधिकारियों के उपस्थित नहीं होने के कारण मात्र एक मामला ही दर्ज किया गया। शिविर में राजस्व विभाग के अधिकारियों के उपस्थित होने के कारण राजगढ़ निवासी छगनङ्क्षसह द्वारा खातेदारी की शुद्धीकरण का मामला दर्ज करवाया गया। वहीं अन्य विभगों की अनुपस्थिति के चलते कई लोग अधिकारियों के नहीं होने के कारण निराश लौटे।
पोकरण लोगों की समस्याओं के संबंध में बहुउद्देशीय शिविर में कोई कार्रवाई नहीं हो पाने के कारण लोगों का इन शिविरों से रूझान घटता नजर आ रहा है। इसका स्पष्ट उदाहरण रविवार को सुबह पंचायत समिति सांकड़ा के सभागार में आयोजित होने वाले बहुउद्देशीय शिविर में देखने को मिला। जिला कलेक्टर के आदेशानुसार हर माह की 25 तारीख को आयोजित होने वाला बहुउद्देशीय शिविर इन दिनों मात्र खानापूर्ति साबित हो रहा है। रविवार को आयोजित होने वाले इस शिविर में अधिकारियों के उपस्थित नहीं होने के कारण शिविर में शाम तक मात्र एक मामला ही दर्ज हो पाया।
मात्र पांच विभागों के अधिकारी मिले उपस्थित : बहुउद्देश्यीय शिविर के दौरान शहर के सभी विभागीय अधिकारियों को उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन शहर में कुल 18 विभागों में से मात्र पांच विभाग के अधिकारी ही उपस्थित मिले। बैठक के दौरान समाज कल्याण विभाग, राजस्व विभाग, पंचायती राज विभाग, सैनिक कल्याण बोर्ड तथा सिंचाई विभाग के कर्मचारी उपस्थित मिले। वहीं चिकित्सा विभाग, शिक्षा विभाग, विद्युत विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, पशुपालन विभाग, वन विभाग, भूमिविकास, एमपावर, महिला एवं बाल विकास विभाग, आयुर्वेदिक विभाग, रसद विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग के अधिकारी शिविर से नदारद रहे।
अधिकारियों की कमी के कारण मात्र एक मामला दर्ज: बहुउद्देशीय शिविर के दौरान अधिकारियों के उपस्थित नहीं होने के कारण मात्र एक मामला ही दर्ज किया गया। शिविर में राजस्व विभाग के अधिकारियों के उपस्थित होने के कारण राजगढ़ निवासी छगनङ्क्षसह द्वारा खातेदारी की शुद्धीकरण का मामला दर्ज करवाया गया। वहीं अन्य विभगों की अनुपस्थिति के चलते कई लोग अधिकारियों के नहीं होने के कारण निराश लौटे।
पलटे टैंकर से ले गए क्रूड ऑयल
टैक्सी, जीप तथा हाथ ठेले में क्रूड ऑयल से भरे जरीकनों को डाल कर ले गए शहरवासी
पोकरण पोकरण रामदेवरा मार्ग पर रविवार की सुबह से ही काफी भीड़ जमा हो गई। सड़क के एक किनारे पड़ा क्रूडऑयल का टैंकर तथा दूसरी ओर कई लोडिंग टैक्सियां व अन्य वाहन खड़े थे। मिड वे के पास फैले साबुन के ऑयल के कारण छोटा सा तालाब सा बन गया। जिसमें से आस-पास में निवास कर रहे लोग जरीकन, बाल्टियां, लोहे के डिब्बे तथा जो बर्तन हाथ में आया भर कर ले गए।
किसी ने भी नहीं ली सुध: रामदेवरा रोड पर पलटे साबुन के क्रूड ऑयल से भरे टैंकर में से रिस रहे ऑयल के स्थानीय लोगों द्वारा ले जाने पर प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है। टैंकर पलटने पर पुलिस द्वारा एक दिन तक इस ऑयल तथा टैंकर की सुरक्षा के लिए सिपाही तैनात किया गया था।
लेकिन रविवार को मौके पर कोई जवान नहीं होने के कारण लोग भारी मात्रा में इस क्रूडऑयल को घरेलू उपयोग के लिए ले गए।
चिकित्सकों ने बताया घातक हो सकता है केमिकल : सेठ विट्ठलदास राठी राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सा प्रभारी डॉ. अशोक शर्मा ने बताया कि टैंकर से रिसने वाले क्रूड ऑयल में अगर कोई अन्य केमिकल मिला है तो लोगों को काफी परेशानी हो सकती है। साथ ही साबुन बनाने के उपयोग में ली जाने वाली अन्य सामग्री के मिले होने पर लोगों के हाथों तथा शरीर की चमड़ी के फटने की शिकायत के साथ कई अन्य समस्याएं भी हो सकती है। ऐसे में यह ऑयल आमजन के लिए काफी घातक भी साबित हो सकता है।
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